देश हित में देश प्रेमी, जीता है अपनी जिन्दगी।
देश प्रेमी के चरण में,मैं करूँ हरदम बन्दगी ।।
जख्म़... moreदेश हित में देश प्रेमी, जीता है अपनी जिन्दगी।
देश प्रेमी के चरण में,मैं करूँ हरदम बन्दगी ।।
जख्म़ बढ़ता जा रहा धरती गगन भी रो रहे।
सन्नाटों में खो गए विहग जन के चहचहे।।
महावीरों का कलेजा नोचता जब काग हो।
आपसी विद्रोह का जब देश मध्ये राग हो।।
अपने घर को जला डाले ऐसी जो भी आग हो।
कन्टकों के मध्य माता भारती भूभाग हो ।।
तुम झुलसते फूल को मुस्कान का भाषण न दो।
जिसके नीचे साँप हो, ऐसा सुखद आसन न दो।।
सैन्य हूँ मैं सिंह की आवाज़ में दहाड़ता हूँ।
देश प्रेमी मैं हमेशा ,शत्रु को ललकारता हूँ।।
देश प्रेमी ही मिटाता ,गद्दारी की गन्दगी ।
देश हित में देश प्रेमी ,
जीता है अपनी जिन्दगी।।
जिन्दगी धिक्कार है,
जो भारती हित न जिये।
मरण तो निश्चित है इक दिन,
हो मरण किसके लिए।।
देश हित में मरण का,
रण में बरण हम जानते।
भारत माँ के हृदय की ,आवाज़ को पहचानते ।।
बचन, मन, तन, प्राण,
अर्पण करके करता बन्दगी।
देश हित में देश प्रेमी ,
जीता है अपनी जिन्दगी ।। less
Nalini Mishra
*भगवान राम के आदर्श आपके जीवन को सुशोभित करे व आपका जीवन राममय बने*।
*रामनवमी की हार्दिक शुभकामनाएँ*।
शशिरंजन सिंह
केदारनाथ त्रासदी जून 2013 शायद लोगों की याददाश्त से उतर जाए, लेकिन है सिर्फ 10 साल पुरानी बात ।
उस त्रासदी में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने PM Relief Fund में जमकर पूरे देश से दान मांगा और देशवासियों ने बढ़-चढ़ कर दान दिया भी था, लेकिन 8000 करोड़ रु मिले दान का शायद ही 10% भी खर्च किया गया हो । उसमें भी विवाद ये था कि उत्तराखंड सरकार ने केंद्र का विरोध करते हुए कहा था कि केंद्र से उसे मात्र 5700 रु करोड़ ही मिले, बाकी का केंद्र और राज्य के बीच गोलमाल का पता भी नहीं चला ।
खैर 2015 में जब आपदा की CAG रिपोर्ट आयी तो केंद्र और राज्य दोनों में ही भाजपा की सरकार थी ।
रिपोर्ट में आपको जानकर ताज्जुब होगा कि ऑडिट में आधा लीटर दूध की कीमत 195 रुपये बताई गई थी ।
एक टाइम का खाना जो लोगों को उस आपदा में दिया गया, उसकी कीमत 900 रु. थी ।
साधारण होटल के कमरों का एक दिन का भाड़ा 6-7 हज़ार रुपये था।
बहुत से ट्रक का नम्बर स्कूटरों का निकला और उस पर गई राहत सामग्री भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई ।
जो सबसे बड़ी तकलीफदेह बात रही, जिससे कोई भी इंसान आग बबूला हो जाएगा, वो ये कि लाश को केदार नाथ से देहरादून तक लाने का जिस एकमात्र कम्पनी Blue Breeze Trading Pvt Ltd. को ठेका दिया गया, वो दिल्ली की कम्पनी थी ।
और उस कम्पनी ने 1 लाश को ढोने का किराया 1 लाख और ज़िंदा आदमी को देहरादून पहुचाने का भाड़ा 2 लाख लिया और उस कम्पनी के 2 डायरेक्टर थे, एक रोबर्ट वाड्रा, दूसरी उनकी माँ मौरीन वाड्रा ।
ऐसी बदनीयत रखने वालों को तकलीफ ये है कि PM Relief Fund को लूटने का मौका इनके हाथ से निकल गया और इनको तक़लीफ़ इस बात की है कि जो पैसा इनके ऐशों आराम में खर्च होना था, उसका उपयोग 80 करोड़ की आबादी को 8 महीने राशन देने में कैसे हुआ, 20 करोड़ महिलाओं को 500 रु महीना 3 महीने तक देने में क्यों हुआ ।
GST से कोरोना में 3-4 लाख करोड़ का सरकार को नुकसान होने के बावजूद सरकार कैसे ऐसे काम कर रही है । तकलीफ इनको इस बात की है कि देश में PM Relief Fund से 47000 वेंटिलेटर से 1.5 लाख वेंटिलेटर कैसे हो गए ।
ये अधर्मी लाशों पर व्यवसाय करते हैं । ये उस मोदी से तुलना कर रहे हैं, जिसने अपने एक साल में मिले सभी उपहारों की नीलामी से 103 करोड़ रु बचा कर शैक्षिक संस्थाओं को दान दे दिया । जिसने अपनी तनख्वाह का 21 लाख कुम्भ मेले के कर्मचारियों को दे दिया, जो अपनी किचन का खर्चा अपनी जेब से करता है, उसको ये चोर कहते हैं ।
चुल्लू भर पानी भी कम है इनके लिए...
कुछ ताकतें सच दबाने में लगी हुई हैं, इसलिए कृपया रिपोस्ट अवश्य करें !
wattsaap से
पराग रस्तोगी
\u26f3जिनके मन में श्री राम है
भाग्य में उसके वैकुण्ठ धाम है
उनके चरणो में जिसने जीवन वार दिया
संसार में उसका कल्याण है।
राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा पर्व की ढेरों शुभकामनाएं \u26f3
Hind ki Sena
গ্যারেন্টি কার্ডে লেখা খটা-খট প্রতিমাসে ৮৫০০ টাকা পাবার জন্য লখনউ Inc পার্টি অফিসে ফটাফট লাইন পড়ে গেছে।।উনারা জানতে চাইছেন "খটা-খট" একাউন্টে কবে থেকে ঢুকবে।।।