Nalini Mishra
*भगवान राम के आदर्श आपके जीवन को सुशोभित करे व आपका जीवन राममय बने*।
*रामनवमी की हार्दिक शुभकामनाएँ*।
Atrij Kasera
Corona को समर्पित :-
तेरे सिवा भी कई रंग ख़ुशनज़र थे मगर
जो तुझको देख चुका हो वो और क्या देखे
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परवीन शाक़िर
संजीव जैन
"अच्छी थी, पगडंडी अपनी, सड़कों पर तो, जाम बहुत है!!
फुर्र हो गई फुर्सत, अब तो, सबके पास, काम बहुत है!!
नही बचे, कोई सम्बन्धी, अकड़,ऐंठ,अहसान बहुत है!!
सुविधाओं का ढेर लगा है यार, पर इंसान परेशान बहुत है!!\ud83d\udc9e
" गाँव "
शशिरंजन सिंह
आज बांग्लादेश का
कोई हिंदू टैक्स के लिए ~ परेशान नहीं है,,
महंगाई के लिए ~ परेशान नहीं है,,
बेरोजगारी के लिए ~ परेशान नहीं है,,
फ्री बिजली पानी के लिए ~ परेशान नहीं है,,
गटर और सड़क के लिए ~ परेशान नहीं है,,
जात-पात के लिए ~ परेशान नहीं है,,
ऊंच-नीच के लिए ~ परेशान नहीं है,,
अमिर गरीब के लिए ~ परेशान नहीं है,,
किसी भी अन्य सुविधाओं के लिए ~ परेशान नहीं है >>
आज वो परेशान है तो
सिर्फ अपनी - जान बचाने के लिए !!
Rahul Shukla
"कर्मों "की "चपेट" से कौन बचा है जिसने जैसा" करा "है उसने वैसा" भरा "है