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Nalini Mishra
*भगवान राम के आदर्श आपके जीवन को सुशोभित करे व आपका जीवन राममय बने*।
*रामनवमी की हार्दिक शुभकामनाएँ*।
Priyadarshi Tiwari
जब मेरे मरने का समय आयेगा
तो मुझे ही मरना पड़ेगा
इसलिए मुझे अपना जीवन वैसे जीने दो
जैसा मैं जीना चाहता हूँ
pandit Rajeev Bharadwaj
महाभारत में भगवान श्री कृष्ण के कहे एक वाक्य की बहुत चर्चा नहीं होती, पर वो है बड़ा प्रासंगिक, कल भी था, आज भी है और हमेशा रहेगा...
कर्ण का वध करने के पूर्व जब अर्जुन हिचकिचा रहे थे तो श्री कृष्ण ने उनको समझाया, हे पार्थ ये धर्मयुद्ध है और इस धर्मयुद्ध में दुर्योधन का हारना बहुत जरूरी है क्योंकि अगर दुर्योधन जीत गया तो धर्म हार जाएगा,.....
तब अर्जुन ने कहा कि – हे माधव, पर इतिहास मुझे क्या कहेगा,...
वो तो यही कहेगा ना कि मैने निहत्थे, रथविहिन कर्ण का वध किया...
तो कृष्ण ने कहा – इतिहास की तो बात ही ना करो, अगर दुर्योधन जीत गया तो इतिहासकारों से वो ये लिखवाएगा कि धर्म के पक्ष में तो वो था,
लाक्षा गृह, द्यूत क्रीड़ा, द्रौपदी चीरहरण तो एक कपोल कल्पित मिथ्या था, ऐसा तो कुछ हुआ ही नहीं था,...
और लोग उन बातों पर विश्वास भी करने लगेंगे...
आजादी के बाद भी नेहरू खानदान ने भारत के इतिहास के साथ यही किया,...
बहुत चालाकी से भारत की सभ्यता, भारत की संस्कृति, भारत के वीरों को मिटा दिया गया,...
ये बताया गया कि आजादी तो नेहरू और गाँधी ने दिलाया, अकबर, हुमायूं, औरगंजेब ने भारत को सजाया सँवारा,
उन सारे पन्नों को एक एक करके हटा दिया गया जो भारत के वीरों के शौर्य की याद दिलाते, जो सनातन संस्कृति को सिंचित करते,
और ये षडयंत्र लगातार चलता ही रहा और आज भी चल रहा है,
इन सबको पता है कि सनातन के विशाल भवन को गिराने के लिए इसकी जड़ों पर लगातार प्रहार करना जरूरी है,...
ये क्रिप्टो क्रिश्चियन, ये भीमटे, ये मिशनरी, सब एक सुनियोजित प्लान के हिस्से हैं,,...
जय_हिंदू_राष्ट्र
waysinsight02
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ashu singh
स्वामी विवेकानंद के अनमोल विचार-10
यह जीवन अल्पकालीन है, संसार की विलासिता क्षणिक है, लेकिन जो दुसरों के लिए जीते हैं, वे वास्तव में जीते हैं।
16. एक शब्द में यह आदर्श है कि 'तुम परमात्मा हो।'
17. भगवान की एक परम प्रिय के रूप में पूजा की जानी चाहिए, इस या अगले जीवन की सभी चीजों से बढ़कर।
18. यदि स्वयं में विश्वास करना और अधिक विस्तार से पढ़ाया और अभ्यास कराया गया होता, तो मुझे यकीन है कि बुराइयों और दु:ख का एक बहुत बड़ा हिस्सा गायब हो गया होता।