Nalini Mishra
*भगवान राम के आदर्श आपके जीवन को सुशोभित करे व आपका जीवन राममय बने*।
*रामनवमी की हार्दिक शुभकामनाएँ*।
संजीव जैन
"अच्छी थी, पगडंडी अपनी, सड़कों पर तो, जाम बहुत है!!
फुर्र हो गई फुर्सत, अब तो, सबके पास, काम बहुत है!!
नही बचे, कोई सम्बन्धी, अकड़,ऐंठ,अहसान बहुत है!!
सुविधाओं का ढेर लगा है यार, पर इंसान परेशान बहुत है!!\ud83d\udc9e
" गाँव "
Anupama Jain
(owner)
छू कर अक्सर मेरी तन्हाई को याद तेरी गुजर जाती है..
मैं जागता हूँ जलती शमा सा और शब से सहर हो जाती है..
पायल शर्मा
वैष्णो देवी धाम के लिए निकले तीर्थयात्रियों पर हुए इस्लामिक आतंक'वादी आक्रमण में मारे गए श्रद्धालुओ को नमन करती हूं
शशि यादव
कुछ लोगो का प्यार समझ से परे होता है
सोशल मीडिया पर मिलते ही सीधा ब्लॉक हो जाता है।
Sanjay khambete
महाकुंभ में मुसलमानों की एंट्री बैन
न ही कोई मुस्लिम दुकान लगायेगा।
8 अखाड़ों का फैसला- 'कुंभ में आईडी हो जरूरी'
#mahakumbh2025
Mukesh Bansal
*इतना तो अंग्रेज भी टैक्स नहीं लेते थे लगान के रूप में*
• मैनें तीस दिन काम किया_
• तनख्वाह ली - टैक्स दिया
• मोबाइल खरीदा - टैक्स दिया--'
• रिचार्ज किया - टैक्स दिया
• डेटा लिया - टैक्स दिया
• बिजली ली - टैक्स दिया
• घर लिया - टैक्स दिया
• TV फ्रीज़ आदि लिये - टैक्स दिया
• कार ली - टैक्स दिया
• पेट्रोल लिया - टैक्स दिया
• सर्विस करवाई - टैक्स दिया
• रोड पर चला - टैक्स दिया
• टोल पर फिर - टैक्स दिया
• लाइसेंस बनाया - टैक्स दिया
• गलती की तो - टैक्स दिया
• रेस्तरां मे खाया - टैक्स दिया
• पार्किंग का - टैक्स दिया
• पानी लिया - टैक्स दिया
• राशन खरीदा - टैक्स दिया
• कपड़े खरीदे - टैक्स दिया
• जूते खरीदे - टैक्स दिया
• कितबें ली - टैक्स दिया
• टॉयलेट गया - टैक्स दिया
• दवाई ली तो - टैक्स दिया
• गैस ली - टैक्स दिया
• सैकड़ों और चीजें ली ओर - टैक्स दिया, कहीं फ़ीस दी, कहीं बिल, कहीं ब्याज दिया, कहीं जुर्माने के नाम पर तो कहीं रिश्वत के नाम पर पैसा देने पड़े, ये सब ड्रामे के बाद गलती से सेविंग मे बचा तो फिर टैक्स दिया----
• सारी उम्र काम करने के बाद कोई सोशल सेक्युरिटी नहीं,कोई मेडिकल सुविधा नहीं, बच्चों के लिये अच्छे स्कूल नहीं, पब्लिक ट्रांस्पोर्ट नहीं, सड़कें खराब, स्ट्रीट लाईट खराब, हवा खराब, पानी खराब, फल सब्जी जहरीली, हॉस्पिटल महंगे, हर साल महंगाई की मार, आकस्मिक खर्चे व् आपदाएं , उसके बाद हर जगह लाइनें।।।।
• सारा पैसा गया कहाँ????
• करप्शन में ,
• इलेक्शन में ,
• अमीरों की सब्सिड़ी में ,
• माल्या जैसो के भागने में
• अमीरों के फर्जी दिवालिया होने में ,
• स्विस बैंकों में ,
• नेताओं के बंगले और कारों मे,
• और हमें झण्डू बाम बनाने मे।
• अब किस को बोलूं कौन चोर है???
• आखिर कब तक हमारे देशवासी यूंही घिसटती जिन्दगी जीते रहेंगे ?
कृपया इसे हरेक नागरिक को भेजें.
*राजा 10% टैक्स लेते थे*
*अंग्रेज 30% टैक्स लेते थे*
*और ये नेता नाम की असुर प्रजाति 70% टैक्स ले रहे है*
अनिल जैन
जो अत्याचार अफगानिस्तान,पाकिस्तान,कश्मीर मे हो चुका है..
और बंग्लादेश मे हो रहा वो पुरे भारतवर्ष मे कितने सालों के बाद हो सकता है ??
Priyadarshi Tiwari
सारी जिंदगी इत्र लगा के मर गए लोग
फिर भी राख से सुगंध न आई