पायल शर्मा
असली धर्म = अच्छे कर्म,
बाकी सब ➡️ मन का भ्रम*
सुरजा एस
दो लोग जबरदस्ती
व्हीलचेयर पर लदे हैं
दीदी हार के डर से और मुख्तार मार के डर से
जूही सिंह
(owner)
इनबुक साथियों
नमस्कार
आपने मेरे फुरसतिया ग्रुप को ढेर सारा प्यार और सम्मान दिया है उसके लिए आपका शुक्रिया करते हुए एक नया ग्रुप लेकर आ रही हूं उसका शीर्षक है
आप कितने बुद्धिमान है
शशि यादव
कुछ लोगो का प्यार समझ से परे होता है
सोशल मीडिया पर मिलते ही सीधा ब्लॉक हो जाता है।
हरी यादव
मां कहती थी बेटा कोई भी चंदा छोटा नहीं होता,
और चंदे से बड़ा कोई धंधा नहीं होता हैं।
शशिरंजन सिंह
*जो 2 कौड़ी के जाहिल कहते हैं BJP हिन्दू मुस्लिम कर रही उन्हें अपने इतिहास से सीखना चाहिए कि*
• *पृथ्वीराज चौहान*..... अंधा करके मारा गया
• *गुरु अर्जुनदेव जी*.... गर्म तवे पर बैठाने के बाद उन पर खौलती हुई रेत डालकर मारा गया !
• *गुरु तेगबहादुर जी*.... नृशंस हत्या कैसे की गई यह बताने की जरूरत नहीं !
• *भाई मतिदास जी*.... लकड़ी के दो पाटों में बांधकर, ऊपर से नीचे आरी से चीरा गया !
• *भाई सतीदास जी*.... बड़े कड़ाह में खौलते तेल में डुबाकर मारा !
• *भाई दयाला जी*.... रुई में लपेटकर जिन्दा जलाया !
• *गुरु गोविंद जी के दो मासूम *साहिबजादों* को.... जिंदा ही दीवार में चुनवा दिया गया !
• *बाबा बंदा बहादुर*.... उनकी खाल नोंचते हुए पंजाब से दिल्ली लाने के बाद मारा गया, उनके मुँह में उनके ही बच्चे का दिल ठूँस दिया गया !
• *छत्रपती संभाजी महाराज*.... 65 दिन धीरे धीरे करके उनकी चमड़ी छीलकर, उनका वध किया गया !
जिस सोच ने सैंकड़ों साल तक ऐसी नृशंसताएँ कीं, उसी सोच ने....
.....1990 में *कश्मीर के सैंकड़ों हिन्दुओं* के सिर में रॉड ठोककर मारा, हज़ारो हिन्दू महिलाओं के सामूहिक बलात्कारबच्चो को उछाल उछालकर मार गया
.....*स्क्वाड्रन लीडर अजय आहूजा* को 12 घंटे से ज्यादा समय तक टॉर्चर करके मारा गया !
.....*कैप्टन *सौरभ कालिया* के* *साथ हुई नृशंसता को लिखने के लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं* !
...... *अभी अभी हाल ही में, फरवरी 2020, Delhi में , *अंकित शर्मा को 2 घंटे से ज्यादा समय तक चाकू के 400 वार करके मारा गया* !
अनिल जैन
केजरीवाल की गिरफ्तारी पर अन्ना हजारे का हैरान करने वाला बयान कहा इसकी तो
मोहन सिंह
swiggy ,zomato अपनी जगह ठीक है पर पापा लौटते वक़्त कुछ ले आइयेगा
आपका इनबुक
द्रौपदी मुर्मू जी होंगी अगली राष्ट्रपति!
उम्मीदवार
नारी शक्ति को नमन
Deoratna Goel
केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट का दामाद बना दिया
लगता है मीलॉर्ड ने जो उस पर बिन मांगे मोती
लुटाने को आमादा हैं -
घोटाले के आरोपी पर इतने मेहरबान क्यों?
कुछ तो गड़बड़ जरूर है -
केजरीवाल पर जिस तरह मेहरबान हो रहे हैं जस्टिस संजीव खन्ना और जस्टिस दीपांकर दत्ता, उसे देख कर लगता है कि जैसे केजरीवाल राजनेता होने के साथ साथ सुप्रीम कोर्ट का दामाद भी हो गया है - सुप्रीम कोर्ट में केजरीवाल ने दिल्ली हाई कोर्ट के उस फैसले को चुनौती दी थी जिसमें उसकी गिरफ़्तारी को गैर कानूनी बताने वाली याचिका ख़ारिज कर दी थी - इसलिए सुप्रीम कोर्ट के पास मुद्दा केवल इतना था कि क्या उसकी ED द्वारा की गई गिरफ़्तारी वैध है या नहीं और उसने जमानत मांगी ही नहीं - यह बात उसके वकील सिंघवी ने सुप्रीम कोर्ट में कही भी थी जब जस्टिस खन्ना ने पूछा था कि आपने जमानत के लिए अर्जी क्यों नहीं दी - सिंघवी ने कहा था हम पहले गिरफ़्तारी की वैधता पर निर्णय चाहते हैं -
केजरीवाल अगर जमानत या अंतरिम जमानत चाहता चुनाव में प्रचार के लिए तो उसे Appropriate court (ट्रायल कोर्ट) में अर्जी लगानी चाहिए थी, वहां से यदि ख़ारिज होती तो हाई कोर्ट में अपील करता और यदि वहां भी ख़ारिज होती तब ही सुप्रीम कोर्ट जाता -
लेकिन यहां तो सुप्रीम कोर्ट के जज ही मेहरबान हो गए केजरीवाल पर और असल मुद्दे को छोड़ कर उसे चुनावों के लिए “अंतरिम जमानत” देने के लिए उतावले हो गए - कल जस्टिस खन्ना ने केजरीवाल के CM बने रहने को भी हरी झंडी दे दी लेकिन उसे अंतरिम जमानत देने पर बहस में उलझे रहे जिसका ASG राजू और Solicitor General तुषार मेहता ने पुरजोर विरोध किया, उन्होंने यहां तक पूछा कि “हम कैसे Examples पेश कर रहे हैं अदालत में, क्या अन्य लोगों और CM के लिए अलग अलग कानून हैं”
कल फिर मीलॉर्ड ने अपना पुराना सवाल पूछा ED से कि चुनाव के समय गिरफ़्तारी क्यों की गई, मुझे न जाने क्यों लगता है जनाब ने दिमाग की बत्ती बुझा ही दी है - आप यह क्यों नहीं सोचते कि उसने ही चुनावों में ही summons को दिल्ली हाई कोर्ट में चुनौती देते हुए गिरफ़्तारी पर से रोक हटाने के लिए क्यों मांग की - जब वह चुनावों में हाई कोर्ट गया और कोर्ट ठीक समझता कि चुनाव में गिरफ़्तारी ठीक नहीं है कोर्ट उसकी गिरफ़्तारी पर रोक लगा देता - लेकिन कोर्ट ने ऐसा नहीं किया मतलब कोर्ट ने चुनाव में गिरफ़्तारी गलत मानी गई - फिर आप इतने बेचैन क्यों हैं -
जस्टिस खन्ना ने कहा - वो चुने हुए CM हैं - चुनाव चल रहे हैं और ये extraordinary circumstances हैं
He is not habitual offender - these factors may be considered for granting interim bail -
जानते हैं न Habitual Offender कौन होता है - वो होता है लालू यादव जैसा सजायाफ्ता मुजरिम, जिसे 5 केस में साढ़े 32 साल की सजा हो चुकी है लेकिन आपने तो उसे भी जमानत पर छोड़ रखा है -
जस्टिस खन्ना को चिंता है कि लोग सोशल मीडिया पर उनके (कोर्ट) बारे में बात करते है उन्होंने कहा “हम नहीं चाहते लोग murmur करे और comments करें - तुषार मेहता ने कहा कि आप इसे रोक नहीं सकते -
लोग तो बात करेंगे ही मीलॉर्ड जब आपको केजरीवाल के पक्ष में खड़े हुए देख रहे हैं - लोग कह सकते हैं कि करोड़ो के हेरफेर में केजरीवाल ने कोर्ट में भी “पैसे का जादू कर दिया” - लोग पूछेंगे आपसे कि ऐसी क्या डील हुई है जो आप सारे नियम कायदे तोड़ कर उसे जेल से बाहर लाना चाहते हैं -
आपका कहना है बेल पर वो official काम नहीं करेगा - तो फिर कहिए वो सरकारी आवास में भी नहीं रहेगा, सरकारी गाड़ी सरकार से सुरक्षा भी नहीं लेगा - वो तो पहले ही बिना विभाग का CM है वो क्या sign करता है कहीं पर - केजरीवाल और उसके मंत्रियों के पास 3000 से ज्यादा files लंबित हैं -
कहते हैं “JUSTICE DELAYED IS JUSTICE DENIED” जो सुप्रीम कोर्ट में अक्सर होता है लेकिन यहां हो रहा है “JUSTICE HURRIED IS JUSTICE KILLED”
(सुभाष चन्द्र - मोदी का परिवार)
“मैं वंशज श्री राम का”
08/05/2024