Sanjay khambete
हमेशा गांधी की हत्या पर चर्चा सुनते आ रहे है सुभाषचंद्र बोस लालबहादुर शास्त्री चंद्रशेखर आजाद जी कई क्रांतिकारी पर चर्चा नहीं सुनी
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Sandeep Kumar
झूठ ने सत्य से कहा, "चलो साथ में नहाते हैं, कुएँ का पानी बहुत बढ़िया है।
सत्य को अभी भी संदेह था, उसने पानी की जाँच की और पाया कि यह वाकई बढ़िया है। इसलिए वे नग्न हो गए और नहाने लगे।
लेकिन अचानक, झूठ पानी से बाहर निकल आया और सत्य के कपड़े पहनकर भाग गया।
सत्य क्रोधित होकर अपने कपड़े वापस लेने के लिए कुएँ से बाहर निकला।
लेकिन दुनिया ने नग्न सत्य को देखकर क्रोध और घृणा से दूर देखा।
बेचारा सत्य कुएँ में वापस आ गया और अपनी शर्म को छिपाते हुए हमेशा के लिए गायब हो गया।
तब से, झूठ सत्य के वेश में दुनिया भर में घूमता है, और समाज बहुत खुश है..... क्योंकि दुनिया को नग्न सत्य को जानने की कोई इच्छा नहीं है।
बहुत दिन तक सत्य कुएं में रहा, फिर ऊब कर बाहर निकला और देखा झूंठ के कपड़े वैसे ही पड़े थे, मरता क्या ना करता, उसने झूंठ के कपड़े पहने और संसार में आ गया, जहां झूंठ सत्य के लिबास में हाजिर था, और सत्य ने चिल्ला चिल्ला कर कहा, मैं सत्य हूं, लेकिन पोशाक से आदमी को पहचानने वाली दुनियां में उसकी एक ना सुनी गई, आज भी जब झूंठ कहता है कि मैं सत्य हूं तो वह सत्य प्रमाणित होता है, और जब सत्य कहता है कि मैं सत्य हूं तो वह झूंठ साबित कर दिया जाता है,
Ujjawal Vishawas
हाल ही में पठान चलचित्र का एक गाना निकाला गया है जिसमें दर्शाये गये चित्र आपत्तिजनक है।ऐसे गाने को कोई भी परिवार एक साथ बैठकर नहीं देख सकता है। इसलिए मैं एक आम नागरिक की हैसियत से इस चलचित्र में काम करने वाले सभी कलाकारों के साथ साथ ऐसी चलचित्र बनाने वाले और ऐसे चलचित्रों को पास करने वाले सेंसर बोर्ड का भी पूर्ण बिरोध करता हुं।
Ankit Gupta
*अकबर बीरबल हमेशा की तरह टहलने जा रहे थे।*
*रास्ते में एक तुलसी का पौधा दिखा, मंत्री बीरबल ने झुक कर प्रणाम किया ।*
*अकबर ने पूछा कौन हे ये ?*
*बीरबल -*
*मेरी माता है।*
*अकबर ने तुलसी के झाड़ को उखाड़ कर फेक दिया और बोला कितनी माता हैं तुम हिन्दू लोगों की ?*
*बीरबल को उसका जबाब देने की एक तरकीब सूझी ।*
*आगे एक बिच्छुपत्ती (खुजली वाला) झाड़ मिला!*
*बीरबल उसे दंडवत प्रणाम कर, कहा -*
*जय हो बाप मेरे ।*
*अकबर को गुस्सा आया .....*
*दोनों हाथों से झाड़ को उखाड़ने लगा ।*
*इतने में अकबर को भयंकर खुजली होने लगी तो बोला: बीरबल ये क्या हो गया ?*
*बीरबल ने कहा :*
*आप ने मेरी माँ को मारा इस लिए ये गुस्सा हो गए ।*
*अकबर जहाँ भी हाथ लगता वहाँ पर उसे खुजली होने लगती ।*
*अकबर बोला : बीरबल जल्दी कोई उपाय बताओ ।*
*बीरबल बोला :*
*उपाय तो है लेकिन वो भी हमारी माँ है । उनसे विनती करनी पड़ेगी ।*
*अकबर बोला :*
*जल्दी करो ।*
*आगे गाय खड़ी थी बीरबल ने कहा :*
*गाय से विनती करो कि हे माता,*
*दवाई दो ?*
*गाय ने गोबर कर दिया ।*
*अकबर के शरीर पर उसका लेप करने से फौरन खुजली से राहत मिल गई ।*
*अकबर बोला : बीरबल अब क्या राजमहल में ऐसे ही जायेंगे ?*
*बीरबल ने कहा :*
*नहीं बादशाह हमारी एक और माँ है । सामने गंगा बह रही थी ।*
*आप बोलिए हर हर गंगे .....*
*जय गंगा मईया की ..... और कूद जाइए ।*
*नहा कर अपने आप को तरोताजा महसूस करते हुए अकबर ने गंगा मैया को नमन किया तो बीरबल ने अकबर से कहा "महाराज ये तुलसी माता, गौ माता, गंगा माता तो जगत जननी है सबकी माता हैं बिना भेदभाव सबका कल्याण करने वाली हैं ।*
*इनको मानने वालों को ही "हिन्दू" कहते हैं ।*
*हिन्दू एक "संस्कृति" है, "सभ्यता" है ।सम्प्रदाय नहीं ।*
*गौ, गंगा, गीता और गायत्री का सम्मान कीजिये .....*
*ये सनातन संस्कृति के प्राण स्तंभ है ।*