संजीव जैन
"अच्छी थी, पगडंडी अपनी, सड़कों पर तो, जाम बहुत है!!
फुर्र हो गई फुर्सत, अब तो, सबके पास, काम बहुत है!!
नही बचे, कोई सम्बन्धी, अकड़,ऐंठ,अहसान बहुत है!!
सुविधाओं का ढेर लगा है यार, पर इंसान परेशान बहुत है!!\ud83d\udc9e
" गाँव "
मनोज जैन
दुनियां का सबसे छोटा संविधान अमेरिका का है
केवल 13 पन्नों का
उससे भी छोटा संविधान योगी जी का है केवल दो लाइन का
कायदे में रहोगे तो ही फायदे में रहोगे
sanjay jain
किसी का अपमान करके जो सुख मिलता है
वह थोड़े समय का होता है …लेकिन किसी को
सम्मान देकर जो आनंद मिलता है
वह जीवन भर साथ रहता है !
राजू मिश्रा
भिंड जिले अंतर्गत जवाहरपुरा गांव के नजदीक नेशनल हाईवे पर भीषण सड़क दुर्घटना में कई लोगों के असामयिक निधन का समाचार अत्यंत ही दुखद है। मेरी संवेदनाएं सभी शोकाकुल परिजनों के साथ हैं। हादसे में कई लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं, जिनके समुचित उपचार की व्यवस्था हेतु जिला प्रशासन को निर्देशित किया जा चुका है।
सड़क हादसे में मृतकों के परिजनों को मुख्यमंत्री स्वेच्छानुदान से ₹4-4 लाख की आर्थिक सहायता राशि, गंभीर घायलों को ₹1-1 लाख एवं सामान्य घायलों को ₹50-50 हजार की राशि स्वीकृत करने के निर्देश दिए हैं।
बाबा महाकाल से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्माओं को अपने श्री चरणों में स्थान और शोकाकुल परिजनों को यह अथाह दुःख सहन करने की शक्ति दें तथा घायलों को शीघ्र स्वस्थ करें।
।।ॐ शांति।।
मोहन सिंह
मैं इसे बेहद कायराना हरकत मानता हुँ और किसी भी सूरत में इसका समर्थन नहीं करता हुँ क्योंकि इन दोनों को ये कदम उठाने से पहले अपने बच्चों के बारे में सोचना चाहिए था लेकिन ये भी सत्य है की हमारे देश में आज से पहले इतनी गन्दी राजनीति कभी नहीं की गयी आज अफ़सोस होता है अपने आज़ाद होने पर क्योंकि इतना जुल्म तो कभी अंग्रेजों ने भी नहीं किया जितना आज हो रहा है. इन दोनों की हत्या का जिम्मेबार कौन? दोनों बच्चों के अनाथ होने का जिम्मेबार कौन?
जलते घर को देखने वालों, फूस का छप्पर आपका है
आपके पीछे तेज हवा है, आगे मुक़द्दर आपका है
उसके कत्ल पे मैं चुप था, मेरा नम्बर अब आया है
मेरे कत्ल पे आप भी चुप हैं, अगला नंबर आपका हैं
Sahil Mittal
हिंदू लड़कियां कहाँ गायब हो जाती हैं..
आइये जानिये हकीकत :
नूरशेद आलम,मोहम्मद राहुल आलम, अब्दुल मन्नान, तौसीफ रेक्सा, शमीम आलम, मोहम्मद जरुल और मोनिश
देशभर से लव जिहाद में फंसाई लड़कियों को खरीदकर दिल्ली में एक अँधेरे अंडरग्राउंड हॉल में रखते थे
और डिमांड आने पर उन्हें नशे का इंजेक्शन लगाकर जगह जगह सप्लाई करते थे
आज दिल्ली पुलिस ने ऐसी 23 बच्चियों को इनके चंगुल से छुड़ाया...
ज़रा सोचिये हिंदू लड़कियों.. तुम्हारा अब्दुल तुम्हारे लिए कितना खतरनाक हो सकता है✍️