George Floyd: अमेरिका में जगह-जगह आगजनी और लूटपाट, ट्रंप उतार रहे हैं हथियारों से लैस सेना

George Floyd
George Floyd (Image source google)

George Floyd: मिनेसोटा में 46 वर्षीय जॉर्ज फ्लॉयड (George Floyd) की मौत के बाद पूरे अमेरिका में प्रदर्शनों की लहर उठ गई है. जॉर्ज फ्लॉयड की पुलिस हिरासत में मौत के बाद से अमेरिका जल रहा है. पुलिस और प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोग पुलिस हिंसा को खत्म करने की मांग कर रहे हैं. 25 मई से अमेरिका के मिनियापोलिस में विरोध प्रदर्शन की शुरुआत हुई.

क्या है पूरा मामला

25 मई 2020 को मिनियापोलिस पुलिस ने अश्वेत जॉर्ज फ्लॉयड को एक दुकान में नकली नोट चलाने के आरोप में हिरासत में लिया था. एक पुलिसकर्मी ने जॉर्ज की गर्दन पर लगभग आठ मिनट के लिए अपना घुटना रखा था जिसके बाद जॉर्ज को सांस लेने में दिक्कत होने लगी थी.

जॉर्ज यह कहते-कहते बेहोश हो गए कि ‘मैं सांस नहीं ले पा रहा हूं’ लेकिन आरोपी पुलिस ऑफिसर डेरेक शॉविन को तरस नहीं आया. मेडिकल परीक्षक ने रिपोर्ट में कहा की जॉर्ज फ्लॉयड की मौत गर्दन पर पड़े दबाव के बाद दिल की धड़कन अचानक से रुक जाने की वजह से हुई है. जिसके बाद जॉर्ज की गर्दन पर घुटना रखे लिस अधिकारी डेरेक चौविन का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. जॉर्ज की मौत के बाद लोग पुलिस के इस रंगभेदी अत्याचार के खिलाफ सड़कों पर विरोध प्रदर्शन करने लगे.

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लूटपाट, दंगे और आगजनी

कई बड़े शहरों से लूटपाट, दंगे और आगजनी की खबरें आ रही हैं. हिंसा की लपटें राजधानी वॉशिंगटन डीसी (Washington DC) और वाइट हाउस (White House) तक पहुंच चुकी हैं, जबकि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को व्हाइट हाउस के बंकर में शरण लेनी पड़ी है. जार्ज की मौत के बाद जर्मनी, कनाडा, आयरलैंड समेत दुनिया के कई देशों में लोग विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. इन हिंसक प्रदर्शनों में अब तक कम से कम पांच लोगों की मौत हो गई है, 2,564 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है और करीब 40 शहरों में कर्फ्यू लगाया गया है.

ट्रंप उतार रहे हैं हथियारों से लैस सेना

हालात नियंत्रण से बाहर निकलते देख अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिकी मिलिट्री को उतारने का फैसला किया है. राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा जॉर्ज फ्लॉयड की निर्मम हत्या से सभी अमेरिकी दुखी हैं और उनके मन में एक आक्रोश है. जॉर्ज और उनके परिवार को इंसाफ दिलाने में हम कोई कसर नहीं छोड़ेंगे.

देश के राष्ट्रपति होने के नाते मेरी पहली प्राथमिकता इस देश और इसके नागरिकों के हितों की रक्षा करना है. मैंने इस देश के कानून को सबसे ऊपर रखने की शपथ ली थी. और मैं अब बिल्कुल वही करूंगा. रविवार रात वॉशिंगटन डीसी में जो कुछ हुआ वह बेहद गलत है. मैं हजारों की संख्या में हथियारों से लैस सेना के जवानों को उतार रहा हूं. इनका काम दंगा, आगजनी, लूट और मासूम लोगों पर हमले की घटनाओं पर लगाम लगाना होगा.

कौन है जॉर्ज फ्लॉयड

46 साल के जॉर्ज फ्लॉयड का जन्म उत्तरी कैरोलीना (North Carolina) में हुआ था और ये ह्यूस्टन (Houston) में रहता था लेकिन काम के सिलसिले में वह मिनियापोलिस (Minneapolis) आ गया. जॉर्ज को ‘बिग फ्लॉयड’ के नाम से जाना जाता था, उसकी एक छह साल की बेटी है जो अपनी मां के साथ ह्यूस्टन में रहती है.

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जॉर्ज मिनियापोलिस के एक रेस्तरां में सिक्योरिटी गार्ड का काम करता था. पिछले पांच साल से उस रेस्तरां में जॉर्ज काम कर रहा था. जॉर्ज अपने मालिक के घर किराये पर रहता था. रेस्तरां के एक दैनिक ग्राहक ने अपने फेसबुक पर पोस्ट किया कि जॉर्ज को लोगों को मजे करते देख काफी आनंद आता था. जॉर्ज के पूर्व सहपाठी ने बताया कि बचपन में जॉर्ज ‘जेंटल जायंट’ के नाम से मशहूर था.

जॉर्ज की पत्नी ने बताया कि वो एक बहुत अच्छे पिता थे. उसे मिनियापोलिस शहर काफी पसंद था, वह ह्यूस्टन को छो़ड़कर यहां आया था. मिनियापोलिस में वह नए लोगों और अवसरों के लिए रुका था. उन्होंने बताया कि स्कूल की पढ़ाई बीच में छोड़ कर ही जॉर्ज एक हिप-हॉप म्यूजिक बैंड के साथ जुड़ गया था.

घुटनों पर बैठी पुलिस

police on nee miami beach george

मियामी के पुलिस ऑफिसर्स की खूब तारीफ कर हो रही है. सोशल मीडिया में वायरल फोटो में पुलिस घुटनों पर बैठे नज़र आ रहे हैं. इन ऑफिसरों ने गुस्साए प्रदर्शनकारियों पर बल का प्रयोग नहीं किया बल्कि उनसे माफी मांगी. घुटनों पर बैठकर उन्होंने लोगों के गुस्से और मांगों को समझने और इस लड़ाई में साथ देने का संकेत दिया.

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