George Floyd: मिनेसोटा में 46 वर्षीय जॉर्ज फ्लॉयड (George Floyd) की मौत के बाद पूरे अमेरिका में प्रदर्शनों की लहर उठ गई है. जॉर्ज फ्लॉयड की पुलिस हिरासत में मौत के बाद से अमेरिका जल रहा है. पुलिस और प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोग पुलिस हिंसा को खत्म करने की मांग कर रहे हैं. 25 मई से अमेरिका के मिनियापोलिस में विरोध प्रदर्शन की शुरुआत हुई.
OMG, this is worse than the racism issue… a single case with multitude distractive effect. God bless America🇺🇸 https://t.co/Me4MSX70eT
— Joey Othman (@JoeyOthman18) June 1, 2020
क्या है पूरा मामला
25 मई 2020 को मिनियापोलिस पुलिस ने अश्वेत जॉर्ज फ्लॉयड को एक दुकान में नकली नोट चलाने के आरोप में हिरासत में लिया था. एक पुलिसकर्मी ने जॉर्ज की गर्दन पर लगभग आठ मिनट के लिए अपना घुटना रखा था जिसके बाद जॉर्ज को सांस लेने में दिक्कत होने लगी थी.
George Floyd screamed I can’t breathe police officer continue to choke him. #JusticeForGeorgeFloyd #GeorgeFloydWasMurdered #racism pic.twitter.com/jVp1EIJVuo
— CJ Hightower (CJ the DON) (@comic_cjthedon) May 28, 2020
जॉर्ज यह कहते-कहते बेहोश हो गए कि ‘मैं सांस नहीं ले पा रहा हूं’ लेकिन आरोपी पुलिस ऑफिसर डेरेक शॉविन को तरस नहीं आया. मेडिकल परीक्षक ने रिपोर्ट में कहा की जॉर्ज फ्लॉयड की मौत गर्दन पर पड़े दबाव के बाद दिल की धड़कन अचानक से रुक जाने की वजह से हुई है. जिसके बाद जॉर्ज की गर्दन पर घुटना रखे लिस अधिकारी डेरेक चौविन का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. जॉर्ज की मौत के बाद लोग पुलिस के इस रंगभेदी अत्याचार के खिलाफ सड़कों पर विरोध प्रदर्शन करने लगे.
https://twitter.com/real_bishr87/status/1265691651089018882?s=20
Incredible scene at Colorado’s Capitol right now. Thousands of protesters are lying face down with their hands behind their backs chanting “I can’t breathe.” They’re doing this for 9 mins. #copolitics #denverprotest #GeorgeFloyd pic.twitter.com/PaABvp8ZoM
— Colorado Times Recorder (@COTimesRecorder) May 30, 2020
लूटपाट, दंगे और आगजनी
Protests, riots and vandalism are spreading like wild fire across America. Woke Libs are upto something sinister #NewYork https://t.co/lKEifjrQrn
— Aginner (@aginner_) May 30, 2020
America Riots Now #georgefloyd (Part 91) #riots2020 #protest2020 its out of control COPS are under fire during protest in St. Louis 4 cops got shot but non-life threatening… wow today everything is escalating badly everywhere 😔😔😔 #BlackLivesMatter #BlackOutTuesday pic.twitter.com/qmDSbbaO3l
— 😇 Hovac One 😈 (@Hovacone) June 2, 2020
कई बड़े शहरों से लूटपाट, दंगे और आगजनी की खबरें आ रही हैं. हिंसा की लपटें राजधानी वॉशिंगटन डीसी (Washington DC) और वाइट हाउस (White House) तक पहुंच चुकी हैं, जबकि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को व्हाइट हाउस के बंकर में शरण लेनी पड़ी है. जार्ज की मौत के बाद जर्मनी, कनाडा, आयरलैंड समेत दुनिया के कई देशों में लोग विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. इन हिंसक प्रदर्शनों में अब तक कम से कम पांच लोगों की मौत हो गई है, 2,564 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है और करीब 40 शहरों में कर्फ्यू लगाया गया है.
ट्रंप उतार रहे हैं हथियारों से लैस सेना
हालात नियंत्रण से बाहर निकलते देख अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिकी मिलिट्री को उतारने का फैसला किया है. राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा जॉर्ज फ्लॉयड की निर्मम हत्या से सभी अमेरिकी दुखी हैं और उनके मन में एक आक्रोश है. जॉर्ज और उनके परिवार को इंसाफ दिलाने में हम कोई कसर नहीं छोड़ेंगे.
What happened in Washington, DC last night was a total disgrace. As we speak, I'm dispatching thousands & thousands of heavily armed soldiers, military personnel & law enforcement officers to stop the rioting, looting, vandalism, assaults & wanton destruction of property: US Pres pic.twitter.com/cnvh80dhHh
— ANI (@ANI) June 1, 2020
देश के राष्ट्रपति होने के नाते मेरी पहली प्राथमिकता इस देश और इसके नागरिकों के हितों की रक्षा करना है. मैंने इस देश के कानून को सबसे ऊपर रखने की शपथ ली थी. और मैं अब बिल्कुल वही करूंगा. रविवार रात वॉशिंगटन डीसी में जो कुछ हुआ वह बेहद गलत है. मैं हजारों की संख्या में हथियारों से लैस सेना के जवानों को उतार रहा हूं. इनका काम दंगा, आगजनी, लूट और मासूम लोगों पर हमले की घटनाओं पर लगाम लगाना होगा.
कौन है जॉर्ज फ्लॉयड
46 साल के जॉर्ज फ्लॉयड का जन्म उत्तरी कैरोलीना (North Carolina) में हुआ था और ये ह्यूस्टन (Houston) में रहता था लेकिन काम के सिलसिले में वह मिनियापोलिस (Minneapolis) आ गया. जॉर्ज को ‘बिग फ्लॉयड’ के नाम से जाना जाता था, उसकी एक छह साल की बेटी है जो अपनी मां के साथ ह्यूस्टन में रहती है.
पिछले 24 घंटे में एक बार फिर 8000 से ज्यादा मामले सामने आए, मरीजों की संख्या 2 लाख के करीब
जॉर्ज मिनियापोलिस के एक रेस्तरां में सिक्योरिटी गार्ड का काम करता था. पिछले पांच साल से उस रेस्तरां में जॉर्ज काम कर रहा था. जॉर्ज अपने मालिक के घर किराये पर रहता था. रेस्तरां के एक दैनिक ग्राहक ने अपने फेसबुक पर पोस्ट किया कि जॉर्ज को लोगों को मजे करते देख काफी आनंद आता था. जॉर्ज के पूर्व सहपाठी ने बताया कि बचपन में जॉर्ज ‘जेंटल जायंट’ के नाम से मशहूर था.
जॉर्ज की पत्नी ने बताया कि वो एक बहुत अच्छे पिता थे. उसे मिनियापोलिस शहर काफी पसंद था, वह ह्यूस्टन को छो़ड़कर यहां आया था. मिनियापोलिस में वह नए लोगों और अवसरों के लिए रुका था. उन्होंने बताया कि स्कूल की पढ़ाई बीच में छोड़ कर ही जॉर्ज एक हिप-हॉप म्यूजिक बैंड के साथ जुड़ गया था.
घुटनों पर बैठी पुलिस
मियामी के पुलिस ऑफिसर्स की खूब तारीफ कर हो रही है. सोशल मीडिया में वायरल फोटो में पुलिस घुटनों पर बैठे नज़र आ रहे हैं. इन ऑफिसरों ने गुस्साए प्रदर्शनकारियों पर बल का प्रयोग नहीं किया बल्कि उनसे माफी मांगी. घुटनों पर बैठकर उन्होंने लोगों के गुस्से और मांगों को समझने और इस लड़ाई में साथ देने का संकेत दिया.