गोरखपुर
उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को गुरुपूर्णिमा के मौके पर गोरखपुर में थे। यहां उन्होंने गोरखनाथ मंदिर में आयोजित अनुष्ठान में हिस्सा लिया और जनता दरबार लगाकर समस्या लेकर आए फरियादियों से भी मिले।
सीएम योगी ने गोरक्षपीठाधीश्वर का दात्यिव निभाते हुए नाथ पंथ के योगियों और अपने गुरुओं के समाधि स्थल पर पूजा-अर्चना के बाद आशीर्वाद लिया और गुरुपूर्णिमा पर्व पर अपने शिष्यों को भी आशीर्वाद दिया। मंदिर के तिलक हॉल में शिष्यों ने उन्हें तिलक लगाकर आशीर्वाद ग्रहण किया।
यूं तो उनसे आशीर्वाद लेने वाले शिष्यों की भरमार थी, मगर एक शिष्य के आशीर्वाद लेते हुए तस्वीरें वायरल होने पर सोशल मीडिया पर काफी विवाद हुआ है। यह शिष्य हैं यूपी पुलिस के डीएसपी रैंक के अफसर प्रवीण कुमार सिंह, जिन्होंने वर्दी में सीएम योगी को तिलक लगाया और घुटने के बल बैठकर और हाथ जोड़कर आशीर्वाद लिया। देखें वह तस्वीर-
हालांकि इस तस्वीर का विरोध करने वालों की संख्या जितनी ज्यादा थी, वहीं ऐसे लोग भी कम नहीं हैं जिन्हें इसमें कुछ गलत नहीं लग रहा। उनका मानना है कि पुलिस अफसर सीएम के सामने नहीं बल्कि गोरक्षपीठाधीश्वर के सामने बैठा था और ऐसा करते समय उसने कैप भी नहीं लगाई हुई थी जिसके बिना वर्दी अधूरी होती है। ये तस्वीरें खुद डीएसपी प्रवीण कुमार ने अपने फेसबुक अकाउंट पर शेयर की थीं।
मूल रूप से जौनपुर निवासी डीएसपी प्रवीण कुमार सिंह 2014 बैच के पीपीएस अफसर हैं और इस वक्त गोरखपुर में गोरखनाथ सर्कल के डीएसपी के पद पर तैनात हैं।
उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को गुरुपूर्णिमा के मौके पर गोरखपुर में थे। यहां उन्होंने गोरखनाथ मंदिर में आयोजित अनुष्ठान में हिस्सा लिया और जनता दरबार लगाकर समस्या लेकर आए फरियादियों से भी मिले।
सीएम योगी ने गोरक्षपीठाधीश्वर का दात्यिव निभाते हुए नाथ पंथ के योगियों और अपने गुरुओं के समाधि स्थल पर पूजा-अर्चना के बाद आशीर्वाद लिया और गुरुपूर्णिमा पर्व पर अपने शिष्यों को भी आशीर्वाद दिया। मंदिर के तिलक हॉल में शिष्यों ने उन्हें तिलक लगाकर आशीर्वाद ग्रहण किया।
यूं तो उनसे आशीर्वाद लेने वाले शिष्यों की भरमार थी, मगर एक शिष्य के आशीर्वाद लेते हुए तस्वीरें वायरल होने पर सोशल मीडिया पर काफी विवाद हुआ है। यह शिष्य हैं यूपी पुलिस के डीएसपी रैंक के अफसर प्रवीण कुमार सिंह, जिन्होंने वर्दी में सीएम योगी को तिलक लगाया और घुटने के बल बैठकर और हाथ जोड़कर आशीर्वाद लिया। देखें वह तस्वीर-
हालांकि इस तस्वीर का विरोध करने वालों की संख्या जितनी ज्यादा थी, वहीं ऐसे लोग भी कम नहीं हैं जिन्हें इसमें कुछ गलत नहीं लग रहा। उनका मानना है कि पुलिस अफसर सीएम के सामने नहीं बल्कि गोरक्षपीठाधीश्वर के सामने बैठा था और ऐसा करते समय उसने कैप भी नहीं लगाई हुई थी जिसके बिना वर्दी अधूरी होती है। ये तस्वीरें खुद डीएसपी प्रवीण कुमार ने अपने फेसबुक अकाउंट पर शेयर की थीं।
मूल रूप से जौनपुर निवासी डीएसपी प्रवीण कुमार सिंह 2014 बैच के पीपीएस अफसर हैं और इस वक्त गोरखपुर में गोरखनाथ सर्कल के डीएसपी के पद पर तैनात हैं।