वर्णानामर्थसंघानां रसानां छन्दसामपि !
मंगलानां च कर्तारौ वन्दे वाणीविनायकौ !!
"""" "रामायण" एक... moreवर्णानामर्थसंघानां रसानां छन्दसामपि !
मंगलानां च कर्तारौ वन्दे वाणीविनायकौ !!
"""" "रामायण" एक धार्मिक समूह है जो लोग हिन्दू (सनातन) धर्म में आस्थावान हों तथा भारतिय संस्कृति और उसकी परंपराओं में श्रद्धा और विश्वास रखते हों केवल वही लोग इस समूह से जुड़ें!
हमारा आशय अन्य धर्मों की निंदा करना नहीं है अपितु हिन्दुओं को संगठित करके सनातन धर्म का प्रचार व प्रसार करना हमारा लक्ष्य है!!
अश्लील एवं फूहड़ , राजनीतिक , गैर हिन्दुओं से संबधित विचारधारा, व्यक्तिगत, व्यापारिक, प्रचार आदि विवादित पोस्ट न करें!!!!
जय रामजी की!!
12/07/2021. less
Nalini Mishra
*भगवान राम के आदर्श आपके जीवन को सुशोभित करे व आपका जीवन राममय बने*।
*रामनवमी की हार्दिक शुभकामनाएँ*।
जूही सिंह
इनबुक साथियों
नमस्कार
आपने मेरे फुरसतिया ग्रुप को ढेर सारा प्यार और सम्मान दिया है उसके लिए आपका शुक्रिया करते हुए एक नया ग्रुप लेकर आ रही हूं उसका शीर्षक है
आप कितने बुद्धिमान है
शशिरंजन सिंह
मोदी मायने क्या ?
मोदी का मायने समझने के लिए प्रधानमंत्री पद पर आसीन पूर्व व्यक्तियों की फाइल उलटनी होगी
और महानियत के पर्दे बिल्कुल हटाकर वास्तविक तथ्य देखना होगा। इसके बाद तुलनातमक अध्ययन करना होगा।
आज एक अच्छा पोस्ट पढ़ा, जिसमें उल्लेख था कि जब मनमोहन सिंह को इंग्लैंड में डिग्री मिली
उन्होंने शुक्रिया अदा करते हुए अँग्रेजों की गुलामी की सराहना की।
बताया कि शिक्षा, भाषा, ज्ञान-विज्ञान, कानून देकर अँग्रेज ने भारत को कृतार्थ किया।
इस तरह की बातें मैंने अँग्रेज के शुक्रगुजार प्रोफेसरों के मुँह से सुनी है।
अँग्रेजों को भारत का उद्धारकर्ता माननेवाले लोग अकादमिक- शैक्षिक क्षेत्र में मिल जाएँगे।
एक मनमोहन सिंह ही अंग्रेज परस्त नहीं है।
कम्युनिस्टों का कारोबार भी अँग्रेज पर ही आधारित है, जैसे आर्य आगमन थ्यूरी इत्यादि।
मनमोहन सिंह अच्छे गुलाम नहीं होते तो प्रधानमंत्री बनना तो बहुत दूर की बात है, उन्हें कहीं अन्यत्र ठिकाना नहीं मिलता।
मनमोहन सिंह रिफ्युजी पंजाबी और अनुसूचित जाति के व्यक्ति थे, गुलामी की कला उनके व्यक्तित्व में कूट-कूट कर भरी थी।
जब सोनिया खारिज हो गई, मनमोहन डंमी प्रधानमंत्री हुए,
तब उनके एक पाकिस्तानी रिस्तेदार चर्मकार ने जूते का उपहार भेजा था।
यह पाकिस्तानी जूता किसके सिर पर गिरा?
राष्ट्रीय स्वाभिमान हीन उन तमाम लोगों के सिर पर जिन्होंने सोनिया को नेता चुना।
सोनिया ने मनमोहन को किसी अज्ञात के इशारे पर प्रधानमंत्री बनाया।
मनमोहन वर्ड बैंक के कर्मचारी थे, उन्हें वर्ल्ड बैंक ने इंदिरा गांधी का आर्थिक सलाहकार बनाकर तब भेजा था
जब इंदिरा गांधी ने आईएमएफ से कर्ज लेने से इंकार कर दिया। उन्हें मनमोहन की माया में फँसाया गया था।
आप जानते होंगे इन्दरकुमार गुजराल भी प्रधानमंत्री हुए थे। वह भी पाकिस्तान परस्त रिफ्युजी मिजाज के आदमी थे।
ये पाकिस्तान केन्द्रित सोच के लोग हैं इनके दिमाग का देश उन्हीं तक सिमटा हुआ है।
सोनिया, मनमोहन, गुजराल जैसे लोग जब भारत पर राज कर सकते हैं तब शत्रु देश क्यों नहीं सोचेगा कि भारत को गुलाम बनाना बड़ी बात नहीं है।
पाकिस्तान के लिए ही नहीं, चीन के लिए भी भारत की जनता की ऐसी मूर्खताएं उत्साहित करती रहीं।
उन दिनों की पाकिस्तानी और चीनी हरकतों को याद कीजिए और सोचिए सबकुछ होते हुए भी भारत का मान-सम्मान गिरा हुआ क्यों था?
इस पृष्ठभूमि में भारत राष्ट्र के पक्ष में खड़ा होकर देखिए मोदी का मायने समझ में आ जाएगा।
Shitala Dubey
(owner)
543 मे से 22 सीटो पर लड़ने वाला अरविंद केजरीवाल कह रहा है की पूरे देश का बिजली बिल माफ करेंगे।
Mukesh Bansal
*स्वाति मालीवाल केस में अपडेट*
स्वाति मालीवाल पिटाई केस में बहुत तेजी से खबरें आ रही है ऐसी खबरों की आधिकारिक पुष्टि अक्सर नहीं हो पाती है लेकिन राजनीतिक गलियारों में भटकने वाले लोग, अखबारों में छपने वाले तथ्य और राजनीतिक स्वार्थ के बिंदुओं को जोड़ने पर जो कहानी सामने आ रही है वह कुछ इस तरह से है-
- दरअसल कई विशेषज्ञ दावा यह कर रहे हैं कि अरविंद केजरीवाल ने अपने वकील, कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता अभिषेक मनु सिंघवी से एक डील की थी और इस डील के मुताबिक अगर अभिषेक मनु सिंघवी अरविंद केजरीवाल को जमानत दिलवा देंगे तो अरविंद केजरीवाल अभिषेक मनु सिंघवी को आम आदमी पार्टी के कोटे से राज्यसभा भेजेंगे!
-हाल की स्थिति यह है की आम आदमी पार्टी के दो सदस्यों ने राज्यसभा की शपथ ली है पहला स्वाति मालीवाल और दूसरा संजय सिंह, सूत्रों के मुताबिक कहा यह जा रहा है अरविंद केजरीवाल ने स्वाति मालीवाल पर यह दबाव डाला कि वह राज्यसभा की सीट से इस्तीफा दे दें इसीलिए अरविंद केजरीवाल से बात करने के लिए स्वाति मालीवाल उनके घर यानी कि शीश महल में आई हुई थी दावा किया जा रहा है कि शीश महल के ड्राइंग रूम में स्वाति मालीवाल बैठी हुई थी और वहां पर इस्तीफे को लेकर के अरविंद केजरीवाल और स्वाति मालीवाल के बीच में गरमा गरम बहस चल रही थी अब इस बहस में ऐसी क्या बात हुई की स्वाति मालीवाल ने दो थप्पड़ जड़ दिए, इस तथ्य की पुष्टि नहीं की जा सकती लेकिन आम आदमी पार्टी के पूर्व नेता और दिल्ली सरकार के पूर्व कैबिनेट मंत्री कपिल मिश्रा ने इस पर एक ट्वीट किया है, जब केजरीवाल के पर्सनल असिस्टेंट विभव कुमार ने यह देखा तो उनसे रहा नहीं गया और उन्होंने स्वाति मालीवाल की अच्छी तरह पिटाई कर दी( सूत्र)
-मामले में नाना प्रकार की खबरें आ रही है एक दावा ये भी किया जा रहा है कि अरविंद केजरीवाल इस मामले को दबाना चाहते थे इसीलिए शुरुआत में किसी भी बड़े टीवी न्यूज़ चैनल पर इस खबर को नहीं दिखाया जा रहा था, जिस न्यूज़ चैनल ने यह खबर दिखाई वहां फोन करके खबर रूकवाई गई लेकिन जब आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने इस पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दी और 2 मिनट की सबसे छोटी प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने यह स्वीकार कर लिया कि स्वाति मालीवाल के साथ अभद्रता हुई, तब पूरे देश के समाचार संस्थाओं को स्वाति मालीवाल की पिटाई वाली खबर को चलाने का आधार मिल गया , कहा तो यह भी जा रहा है कि संजय सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस अरविंद केजरीवाल से इजाजत लिए बिना करी और इसी वजह से संजय सिंह और अरविंद केजरीवाल के बीच भी तू तू मैं मैं हुई है
-इस मामले का पूरा सच क्या है इसकी पुष्टि इस लेख में भी नहीं की जा सकती है यह लेख सिर्फ चर्चाओं सूत्रों और विशेषज्ञों की राय के आधार पर ही लिखा गया है हालांकि स्वाति मालीवाल पर राज्यसभा की सीट को छोड़ देने का दबाव डाला जा रहा है यह तथ्य तो कई अखबारों में प्रकाशित हो चुका है
- फिलहाल ये स्थिति है कि स्वाति मालीवाल किसी भी अपने करीबी पत्रकार का फोन रिसीव नहीं कर रही है इसीलिए इस मामले में अभी और भी ज्यादा खुलासे आगे चलकर हो सकते हैं