वर्णानामर्थसंघानां रसानां छन्दसामपि !
मंगलानां च कर्तारौ वन्दे वाणीविनायकौ !!
"""" "रामायण" एक... moreवर्णानामर्थसंघानां रसानां छन्दसामपि !
मंगलानां च कर्तारौ वन्दे वाणीविनायकौ !!
"""" "रामायण" एक धार्मिक समूह है जो लोग हिन्दू (सनातन) धर्म में आस्थावान हों तथा भारतिय संस्कृति और उसकी परंपराओं में श्रद्धा और विश्वास रखते हों केवल वही लोग इस समूह से जुड़ें!
हमारा आशय अन्य धर्मों की निंदा करना नहीं है अपितु हिन्दुओं को संगठित करके सनातन धर्म का प्रचार व प्रसार करना हमारा लक्ष्य है!!
अश्लील एवं फूहड़ , राजनीतिक , गैर हिन्दुओं से संबधित विचारधारा, व्यक्तिगत, व्यापारिक, प्रचार आदि विवादित पोस्ट न करें!!!!
जय रामजी की!!
12/07/2021. less
Nalini Mishra
*भगवान राम के आदर्श आपके जीवन को सुशोभित करे व आपका जीवन राममय बने*।
*रामनवमी की हार्दिक शुभकामनाएँ*।
जूही सिंह
इनबुक साथियों
नमस्कार
आपने मेरे फुरसतिया ग्रुप को ढेर सारा प्यार और सम्मान दिया है उसके लिए आपका शुक्रिया करते हुए एक नया ग्रुप लेकर आ रही हूं उसका शीर्षक है
आप कितने बुद्धिमान है
शशिरंजन सिंह
इन्दिरा गांधी को आयरन लेडी समझने वाले समर्थक ध्यान से पढ़ें ये नाम.
विंग कमांडर हरसरण सिंह डंडोस
स्क्वाड्रन लीडर मोहिंदर कुमार जैन
स्क्वाड्रन लीडर जे एम मिस्त्री
स्क्वाड्रन लीडर जे डी कुमार
स्क्वाड्रन लीडर देव प्रशाद चटर्जी
फ्लाइट लेफ्टिनेंट सुधीर गोस्वामी
फ्लाइट लेफ्टिनेंट वी वी तांबे
फ्लाइट लेफ्टिनेंट नागास्वामी शंकर
फ्लाइट लेफ्टिनेंट राम एम आडवाणी
फ्लाइट लेफ्टिनेंट मनोहर पुरोहित
फ्लाइट लेफ्टिनेंट तन्मय सिंह डंडोस
फ्लाइट लेफ्टिनेंट बाबुल गुहा
फ्लाइट लेफ्टिनेंट सुरेश चंद्र संदल
फ्लाइट लेफ्टिनेंट हरविंदर सिंह
फ्लाइट लेफ्टिनेंट एल एम सासून
फ्लाइट लेफ्टिनेंट के पी एस नंदा
फ्लाइट लेफ्टिनेंट अशोक धवले
फ्लाइट लेफ्टिनेंट श्रीकांत महाजन
फ्लाइट लेफ्टिनेंट गुरदेव सिंह राय
फ्लाइट लेफ्टिनेंट रमेश कदम
फ्लाइट लेफ्टिनेंट प्रदीप वी आप्टे
फ्लाइंग ऑफिसर कृष्ण मलकानी
फ्लाइंग ऑफिसर के पी मुरलीधरन
फ्लाइंग ऑफिसर सुधीर त्यागी
फ्लाइंग ऑफिसर तेजिंदर सेठी
ये सभी नाम अनजाने लगे होंगे...!
ये भारतीय
Shitala Dubey
(owner)
लंदन में बराक ओबामा और जॉर्ज सोरोस का होना और भारत विरोधियों से मिलना कोई इत्तेफाक नहीं है।
बार बार एक डीप स्टेट का जिक्र होता है, जिनके ये हिस्सा हैं, जो भारत में अपने एजेंट्स और दलालों के माध्यम से मोदी सरकार को उखाड़ फेकना चाहती है। हर दिन एक नया बवाल खड़ा करते है।
आखिर यह डीप स्टेट है क्या, क्यों पूरी दुनिया में उथल पुथल करते रहते हैं।
डीप स्टेट उन धनाढ्यों का एक गैंग है जो पूरी दुनिया की आधी संपत्ति और दौलत की मालिक है।
एक एक मेंबर की दौलत दुनियां के कई देशों के GDP से ज्यादा है। ये पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था को कंट्रोल करते हैं।
डीप स्टेट के जरिए ही धनकुबेर पूरी दुनिया का व्यापार अपने कंट्रोल में रखना चाहते हैं चाहे इसके लिए हजारों लोगों की जान ही क्यों ना लेनी पड़े।
इसी डीप स्टेट ने इराक, यमन, सीरिया, लीबिया को तबाह किया है। मनमाफिक सरकार नहीं है तो तख्ता पलट करने की साजिश रचते हैं।
इसी डीप स्टेट के कैपिटलिस्ट अमेरिका, यूरोप में सरकारें चलाते हैं। यही लोग अफ्रीकी देशों में उथल पुथल करते हैं। यही डीप स्टेट अमेरिकी सरकार की मदद से पाकिस्तान में सरकारें बनाते बिगाड़ते हैं। यही डीप स्टेट भारत में भी अपने पाले हुए गुलामों के जरिए उथल पुथल कर रहे हैं।
ये चाहते हैं कि भारत की जनता उनके लिए गुलामी करे, उनके सामान खरीदे। डीप स्टेट ईस्ट इंडिया कंपनी की मोडिफाइड वर्जन है जो किसी भी तरीके से भारतीयों का अपना आर्थिक गुलाम बनाना चाहती है।
डीप स्टेट में सबसे बड़ा गैंग अमेरिका की हथियार लॉबी है जो वहा की सरकार को अपना कठपुतली बना कर रखती हैं।
अमेरिका के अंदर हजारों लोग हर साल अंधाधुंध गोलियों के शिकार होते हैं। हर हत्याकांड, विशेषकर स्कूलों में हत्या के बाद हर सरकार लाइसेंस की बात करती है लेकिन हथियार लॉबी के दबाव में चुप हो जाती है।
यही हथियार लॉबी दशकों से पूरी दुनिया में युद्ध करा रही है।
वियतनाम में खत्म हुआ तो अफ्रीकन देशों में शुरु किया। इराक में खत्म हुआ तो सीरिया, यमन में शुरु हुआ। लीबिया के तानाशाह गद्दाफी को ख़त्म कर दिया।
अफ़गानिस्तान में खत्म हुआ तो यूक्रेन में शुरु हो गया। यूक्रेन युद्ध का अंत तभी होगा जब हथियार लॉबी को नया युद्ध क्षेत्र मिल जायेगा।
हथियार लॉबी नहीं चाहता कि कोई और देश दुनियां के हथियार बाजार में प्रवेश करे। रूस बड़ा हथियार निर्माता और निर्यातक है लेकिन इस समय उसे ही चीन से आयात करना पड़ रहा है।
यूएस के हथियार लॉबी को यह बिल्कुल पसंद नहीं है कि भारत उनके अलावा किसी अन्य देश से हथियार आयात करे या निर्माण करे।
लेकिन मोदी अलग मिट्टी के बने हैं, इनके दबाव में नहीं आते। आयात भी रूस और फ्रांस से करते हैं और बहुत बड़े पैमाने पर निर्यात भी कर रहे हैं।
हर दिन एक नए रॉकेट, मिसाइल, टैंक, हेवी गन का परीक्षण हो रहा है। हथियारों का निर्यात हो रहा है।
अगले 5 साल में निर्यात में कई गुना बढ़ोत्तरी की योजना बनाई जा चुकी है।
ऐसे हालात में डीप स्टेट का बौखला जाना स्वाभाविक है। वे अपने NGOs और हवाला के जरिए करोड़ो, अरबों रुपए भारत में भेज रहे हैं। देशद्रोही भारतीयों को क्या चाहिए, पैसा। वह भर भर कर मिल रहा है। हर दिन किसी ना किसी बहाने सड़के जाम करते हैं, रेल रोकते हैं जिससे देसी को हर रोज करोड़ों का नुकसान होता है।
ओपन सोसायटी फाउंडेशन, राकफेलर फाउंडेशन, फोर्ड फाउंडेशन, बिल गेट फाउंडेशन ने सैकड़ों की तादात में भारत के भीतर NGOs खुलवा दिए हैं।
भारत के भीतर शायद ही कोई नेता हो जिसका एक या अनेक NGO ना हो, शायद ही कोई ब्यूरोक्रेट हो जिसके परिवार के पास NGO ना हो। शायद ही कोई पत्रकार हो जिसके पास NGO ना हो। केजरी ने 2000 में ही NGO शुरू कर दिया था जब वह सरकारी नौकरी में थे।
इन सभी को भर भर कर विदेश से पैसा आ रहा है। जाहिर है जो पैसा देगा, वह अपना भी काम कराएगा।
मेरा कहने का मतलब यह नहीं है कि सारे NGO बुरे होते हैं। बहुत NGO गरीबों और देश की भलाई के लिए भी काम कर रहे हैं।
लेकिन कुछ NGOs तो सिर्फ़ और सिर्फ़ भारत विरोधी कामों में जुटी हुई थी। विकास को अवरूद्ध करना इनके एजेंडे में था।
भारत विकास करेगा तो डीप स्टेट के व्यापार का नुकसान होगा। इन्ही NGOs के जरिए डीप स्टेट ने भारत में सिंचाई के लिए डैम बनाने में रोड़ा अटकाए, पर्यावरण के नाम पर सीमा पर सड़कों के निर्माण को रूकवाने के लिए SC में याचिकाएं दायर करते रहे। हाईवे और एक्सप्रेस वे बनाने में रोड़ा अटकाते हैं। जंगलों में सड़के और ट्रांसमिशन लाइन नहीं ले जानें देते।
सैकड़ों NGO आज भी धर्मांतरण में जुटे हुए हैं।
हजारों NGOs के लाइसेंस रद्द किए जा चुके हैं लेकिन किसी ना किसी अवैध रास्ते से भारत में देशद्रोहियों के पास पहुंचा ही देते हैं।
साभार....
Mukesh Bansal
*ताश के बारे में नया ज्ञान मिला। आप भी देखें:*
!! ताश का मर्म !!
हम ताश खेलते है, अपना मनोरंजन करते है। पर शायद कुछ ही लोग जानते होंगे कि ताश का आधार वैज्ञानिक है व साथ साथ ही प्राकृति से भी जुड़ा हुआ है:-
आयताकार मोंटे कागज़ से बने पत्ते चार प्रकार के .....ईंट, पान, चिड़ी, और हुक्म, प्रत्येक 13 पत्तों को मिलाकर कुल 52 पत्ते होते हैं।
पत्ते.... एक्का से दस्सा, गुलाम, रानी एवं राजा ।
1. 52 पत्ते .......52 सप्ताह
2. 4 प्रकार के पत्ते .......4 ऋतु
3. प्रत्येक रंग के 13 पत्ते....प्रत्येक ऋतु में 13 सप्ताह
4. सभी पत्तों का जोड़ ..1 से 13 = 91 × 4 = 364
5. एक जोकर..... 364+1= 365 दिन...1 वर्ष
6. दूसरा जोकर गिने..365 +1=366 दिन..लीप वर्ष
7. 52 पत्तों में 12 चित्र वाले पत्ते - 12 महिने
8. लाल और काला रंग ... दिन और रात!
पत्तों का अर्थ:-
1 दुक्की - पृथ्वी और आकाश
2. तिक्की- ब्रम्हा, विष्णू, महेश
3. चौकी - चार वेद (अथर्व वेद, सामवेद, ऋग्वेद, यजुर्वेदे )
4. पंजी - पंच प्राण (प्राण, अपान, व्यान, उदान, समान)
5. छक्की - षड रिपू (काम, क्रोध, मद, मोह, मत्सर, लोभ)
6. सत्ती- सात सागर
7. अटठी- आठ सिद्धी
8. नव्वा- नौ ग्रह
9. दस्सी- दस इंद्रियां
10. गुलाम- मन की वासना
11. रानी- माया
12. राजा - शासक
13. *ईक्का- एक ईश्वर*