Nalini Mishra
*भगवान राम के आदर्श आपके जीवन को सुशोभित करे व आपका जीवन राममय बने*।
*रामनवमी की हार्दिक शुभकामनाएँ*।
संजीव जैन
गुजरात के वडोदरा में नाव पलटने से कई बच्चों के असामयिक निधन का समाचार अत्यंत दु:खद एवं पीड़ादायक है।
ईश्वर दिवंगत आत्माओं को अपने श्रीचरणों में स्थान प्रदान करे व परिजनों को यह दु:ख सहन करने की शक्ति दे।
ॐ शांति:!
शशि यादव
कुछ लोगो का प्यार समझ से परे होता है
सोशल मीडिया पर मिलते ही सीधा ब्लॉक हो जाता है।
शशिरंजन सिंह
भविष्य में भाजपा, टीएमसी, कांग्रेस या वाम मोर्चा नहीं रहेगा।
सऊदी अरब के प्रोफेसर नासिर बिन सुलेमान उल उमर ने कहा है कि भारत गहरी नींद में सो रहा है। इस्लाम तेजी से बढ़ रहा है और हजारों मुसलमान पुलिस, सेना और नौकरशाही जैसी महत्वपूर्ण संस्थाओं में घुसपैठ कर चुके हैं। इस्लाम भारत का दूसरा सबसे बड़ा धर्म है।
आज भारत विलुप्त होने के कगार पर है। जिस तरह किसी राष्ट्र को उभरने में दशकों लगते हैं, उसी तरह उसके विनाश में भी समय लगता है।
भारत रातों-रात खत्म नहीं होगा। यह धीरे-धीरे खत्म होगा। मुसलमान होने के नाते हम इसे बहुत गंभीरता से लेते हैं। भारत निश्चित रूप से नष्ट हो जाएगा।
भारत में हर दिन करीब 65,000 बच्चे पैदा होते हैं। इनमें से करीब 40,000 मुस्लिम बच्चे होते हैं और करीब 25,000 हिंदू और दूसरे धर्मों के बच्चे होते हैं। यानी मुसलमानों की जन्म दर कुल आबादी का 20 प्रतिशत है! अभी पैदा होने वाले बच्चों में मुस्लिम बहुसंख्यक हैं और हिंदू अल्पसंख्यक। इस दर से तो 2050 तक भारत में मुसलमान बहुसंख्यक हो जाएंगे।
भारत को मुस्लिम राष्ट्र बनने से कोई नहीं रोक सकता और भारत तुरंत दंगों की आग में जल उठेगा। हम मुसलमान हिंदुओं को मार कर मिटा देंगे।
आज सरकारी आंकड़ों के अनुसार, मुसलमानों की आबादी करीब 20% है, लेकिन असलियत में वे 25% से भी ज़्यादा हैं। सरकारी आंकड़े ग़लत हैं क्योंकि वहाबी मुसलमान जानबूझकर असली संख्या छिपाते हैं और इस बढ़ती आबादी को काफिर हिंदुओं के खिलाफ़ अपना हथियार नहीं बनाते।
भारत में धर्मनिरपेक्षता के नाम पर बहुत बड़ा धोखा चल रहा है, लेकिन बदकिस्मत हिंदू अभी भी गहरी नींद में सो रहे हैं।
हिंदुओं ने कश्मीर से क्यों नहीं सीखा, जहाँ हिंदुओं को अपनी सारी संपत्ति और औरतें-बेटियाँ छोड़नी पड़ीं?
जब तक हिंदू बहुसंख्यक हैं, तब तक भारत धर्मनिरपेक्ष है। पता नहीं जब वे अल्पसंख्यक हो जाएँगे, तब उनका क्या होगा।
ये मूर्ख हिंदू पाकिस्तान और बांग्लादेश में काफिरों के आंकड़ों से भी यह नहीं समझ सकते।
अगर कोई हिंदू कभी नहीं बोलता, चुप रहता है और उच्च नैतिक पद धारण करता है, तो उसका भाग्य निश्चित रूप से बर्बाद हो जाता है।
हिंदुओं का अंत निश्चित है।
केरल, बंगाल, उत्तर प्रदेश, हैदराबाद और अन्य राज्यों के मुस्लिम बहुल इलाकों पर विचार करें।
अपने शहर में कभी भी ऐसे इलाके में न जाएं जहां मुस्लिम लोग हों।
इसके अलावा, जाम्बिया और मलेशिया जैसे देश इसके उदाहरण हैं।
मुस्लिम बहुल देशों के आगमन के साथ, इन धर्मनिरपेक्ष देशों को इस्लामिक राष्ट्र घोषित कर दिया गया।
लंदन, स्वीडन, फ्रांस और नॉर्वे जैसे देशों में रोज़ाना हिंसा होती है। क्या आपने कभी सोचा है कि ऐसा क्यों हो रहा है? कौन करता है? इसका उद्देश्य क्या है?
लोगों में दहशत पैदा करना और बिना बोलने की हिम्मत किए उनके दिलों में डर पैदा करना शांति स्थापना की रणनीति का हिस्सा है। क्या आप नहीं समझते, वे नमाज़ के नाम पर दिन में 5 बार मस्जिद में इकट्ठा होकर आपके खिलाफ़ साजिश करते हैं? वे दिन में 5 बार कसम खाते हैं और आपको खत्म करने का फैसला करते हैं!
इसलिए, आँखें और मुँह ढकना कारगर नहीं है। अब समय है अपनी आँखें खोलने का, अपना मुँह खोलने का और लोगों में जागरूकता पैदा करने का
सोचो और समझो।
अग्रवाल साहब ने अपने नौकर अब्दुल से पूछा, "मेरे 2 बच्चे हैं और मैं उनके भविष्य को लेकर चिंतित हूँ, लेकिन तुम्हारे 12 बच्चे हैं और तुम चिंतित नहीं हो।"
अब्दुल: "25 साल बाद मेरे 12 बच्चे तुम्हारी दुकान संभाल लेंगे। तुम सिर्फ़ हमारे लिए कमाते हो, फिर मैं क्यों परेशान होऊँ?"
यह उनकी मानसिकता है।
"सियालकोट, लाहौर, गुजरांवाला और करंजी में हिंदुओं द्वारा बनाई गई बड़ी-बड़ी हवेलियाँ हमारे लिए बनाई गई थीं। आज़ाद भारत में भी कश्मीरी हिंदुओं ने कश्मीर में हमारे लिए बड़ी-बड़ी हवेलियाँ बनाईं और आखिरकार हमने उन पर विजय प्राप्त कर ली और हमें तुम्हारी चिंता करने की ज़रूरत नहीं है।"
*यह सच्चाई हर हिंदू तक पहुँचाएँ। अपनी आँखें और कान खोलो।*
स्रोत: Unknown⭕
अनिल जैन
केजरीवाल की गिरफ्तारी पर अन्ना हजारे का हैरान करने वाला बयान कहा इसकी तो
Piyas Sarkar
अगर हिंदी गठबंधन सत्ता में आ गई तो लाभार्थियों की सूची कैसे बनाई जाएगी ❓ वही, 'एक हाथ दे एक हाथ ले'।
Deoratna Goel
कभी अंग्रेज़ भारतीयों की सूरत का
मखौल उड़ाया करते थे लेकिन आज
ये उड़ाया फर्जी गांधी परिवार के गुरु
सैम पित्रोदा ने -
शर्म से डूब मरना चाहिए उसे -
सैम पित्रोदा का असली नाम है “सत्यनारायण गंगाराम पित्रोदा” (उम्र है 82 वर्ष) लेकिन अंग्रेज़ों को भी मात दे दी है इन्होनें और सुपर अंग्रेज़ बन चुके हैं, इसलिए इनके लिए “राम नाम सत्य है” तो नहीं कहा जाएगा - इनके नाम और चरित्र में कोई मेल नहीं है - कांग्रेस की Indian Overseas Congress के अध्यक्ष के पद पर रहते हुए ये महाशय राहुल गांधी के Political Guru हैं जिन्होंने राहुल गांधी को उसकी विशेताओं के अनुसार निकृष्ट से निकृष्ट भाषा बोलना सिखाया है और विदेशों में राहुल की सभी सभाओं को ये ही आयोजित करते हैं जहां से राहुल गांधी इनके मार्गदर्शन में भारत को गालियां देकर देश को नीचा दिखाते हैं -
पित्रोदा को 20 फरवरी, 2016 को metropolitan magistrate ने हेराल्ड केस में जमानत दी थी और तभी से ये भारत से बाहर ही रह रहा है क्योंकि इसे डर रहता है कहीं गिरफ़्तारी न हो जाए, ये हमारे कोर्ट की लापरवाही है जो हेराल्ड केस को 10 साल से लटकाए बैठे हैं अन्यथा सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के अनुसार ये केस एक साल में ख़त्म हो जाना चाहिए था -
पित्रोदा ने घटिया भाषा की सभी हदें पार करते हुए 140 करोड़ भारतवासियों का अपमान कर दिया - पित्रोदा ने कहा :-
“भारत में पूर्व के लोग दिखने में चीनी जैसे लगते हैं; पश्चिम के लोग अरब के जैसे लगते हैं; उत्तर के लोग कुछ हद तक “सफ़ेद” (white) और दक्षिण के लोग अफ्रीकी लगते हैं - इससे कुछ फर्क नहीं पड़ता, हम सब आपस में भाई बहन हैं”
भारत की “विविधता में एकता” के लिए ऐसा वर्णन कोई घृणित मानसिकता का व्यक्ति ही कर सकता है और आज विश्व में शायद ही कोई देश होगा जो भारतीयों के बारे में ऐसा सोचता या कहता होगा -
उसके बयान से किनारा करते हुए कांग्रेस के ठेकेदार जयराम रमेश ने कहा है -"The analogies drawn by Mr Sam Pitroda in a podcast to illustrate India's diversity are most unfortunate and unacceptable. The Indian National Congress completely dissociates itself from these analogies”
कांग्रेस इस तरह हलके में पित्रोदा जैसे वरिष्ठ नेता के बयान से कैसे किनारा कर सकती है और जयराम राम के पास क्या authority है ऐसे किनारा करने की जबकि पित्रोदा फर्जी गांधी परिवार के सबसे करीब हैं - राहुल गांधी और सोनिया गांधी ने पित्रोदा के बयान की न आलोचना की और न उससे खुद को अलग किया और न ही उनके जड़खरीद गुलाम अध्यक्ष खड़गे ने कुछ कहा है -
सैम पित्रोदा का केवल कांग्रेस की Indian Overseas Congress के अध्यक्ष के पद इस्तीफा देना काफी नहीं है - उसे कांग्रेस से निष्कासित न करना साबित करता है कि कांग्रेस और गांधी परिवार पित्रोदा की सोच से सहमत हैं - सोनिया गांधी की विदेशी संस्कृति और उसके बच्चों की विदेशी मानसिकता भारतीयों को वैसे ही समझती है जैसा पित्रोदा ने कहा और सत्य यह ही है कि उसके बोल “फर्जी गांधी” परिवार के ही बोल हैं -
सरकार को अब दिल्ली हाई कोर्ट में अर्जी देकर ट्रायल कोर्ट को हेराल्ड केस को 6 महीने में अंजाम तक पहुंचाने के निर्देश देने के लिए कहना चाहिए और सैम पित्रोदा को वापस भारत लाने के लिए कदम उठाने चाहिए और उसके लिए पित्रोदा का पासपोर्ट रद्द कर देना चाहिए और 140 करोड़ भारतियों का अपमान करने के लिए पित्रोदा पर देशद्रो का केस दर्ज करना चाहिए -
वैसे इस जैसे 82 साल के आदमी का कुछ नहीं होगा क्योंकि अगर सजा हो भी जाती है तो सीधा हॉस्पिटल में होगा सजा का ऐलान होते ही लालू की तरह - सुप्रीम कोर्ट उसकी उम्र देख कर तुरंत जमानत भी दे देगा क्योंकि अमेरिका का गुलाम जो है -
(सुभाष चन्द्र - मोदी का परिवार)
“मैं वंशज श्री राम का”
09/05/2024