पायल शर्मा
असली धर्म = अच्छे कर्म,
बाकी सब ➡️ मन का भ्रम*
सुरजा एस
दो लोग जबरदस्ती
व्हीलचेयर पर लदे हैं
दीदी हार के डर से और मुख्तार मार के डर से
जूही सिंह
(owner)
इनबुक साथियों
नमस्कार
आपने मेरे फुरसतिया ग्रुप को ढेर सारा प्यार और सम्मान दिया है उसके लिए आपका शुक्रिया करते हुए एक नया ग्रुप लेकर आ रही हूं उसका शीर्षक है
आप कितने बुद्धिमान है
शशि यादव
कुछ लोगो का प्यार समझ से परे होता है
सोशल मीडिया पर मिलते ही सीधा ब्लॉक हो जाता है।
हरी यादव
मां कहती थी बेटा कोई भी चंदा छोटा नहीं होता,
और चंदे से बड़ा कोई धंधा नहीं होता हैं।
शशिरंजन सिंह
भविष्य में भाजपा, टीएमसी, कांग्रेस या वाम मोर्चा नहीं रहेगा।
सऊदी अरब के प्रोफेसर नासिर बिन सुलेमान उल उमर ने कहा है कि भारत गहरी नींद में सो रहा है। इस्लाम तेजी से बढ़ रहा है और हजारों मुसलमान पुलिस, सेना और नौकरशाही जैसी महत्वपूर्ण संस्थाओं में घुसपैठ कर चुके हैं। इस्लाम भारत का दूसरा सबसे बड़ा धर्म है।
आज भारत विलुप्त होने के कगार पर है। जिस तरह किसी राष्ट्र को उभरने में दशकों लगते हैं, उसी तरह उसके विनाश में भी समय लगता है।
भारत रातों-रात खत्म नहीं होगा। यह धीरे-धीरे खत्म होगा। मुसलमान होने के नाते हम इसे बहुत गंभीरता से लेते हैं। भारत निश्चित रूप से नष्ट हो जाएगा।
भारत में हर दिन करीब 65,000 बच्चे पैदा होते हैं। इनमें से करीब 40,000 मुस्लिम बच्चे होते हैं और करीब 25,000 हिंदू और दूसरे धर्मों के बच्चे होते हैं। यानी मुसलमानों की जन्म दर कुल आबादी का 20 प्रतिशत है! अभी पैदा होने वाले बच्चों में मुस्लिम बहुसंख्यक हैं और हिंदू अल्पसंख्यक। इस दर से तो 2050 तक भारत में मुसलमान बहुसंख्यक हो जाएंगे।
भारत को मुस्लिम राष्ट्र बनने से कोई नहीं रोक सकता और भारत तुरंत दंगों की आग में जल उठेगा। हम मुसलमान हिंदुओं को मार कर मिटा देंगे।
आज सरकारी आंकड़ों के अनुसार, मुसलमानों की आबादी करीब 20% है, लेकिन असलियत में वे 25% से भी ज़्यादा हैं। सरकारी आंकड़े ग़लत हैं क्योंकि वहाबी मुसलमान जानबूझकर असली संख्या छिपाते हैं और इस बढ़ती आबादी को काफिर हिंदुओं के खिलाफ़ अपना हथियार नहीं बनाते।
भारत में धर्मनिरपेक्षता के नाम पर बहुत बड़ा धोखा चल रहा है, लेकिन बदकिस्मत हिंदू अभी भी गहरी नींद में सो रहे हैं।
हिंदुओं ने कश्मीर से क्यों नहीं सीखा, जहाँ हिंदुओं को अपनी सारी संपत्ति और औरतें-बेटियाँ छोड़नी पड़ीं?
जब तक हिंदू बहुसंख्यक हैं, तब तक भारत धर्मनिरपेक्ष है। पता नहीं जब वे अल्पसंख्यक हो जाएँगे, तब उनका क्या होगा।
ये मूर्ख हिंदू पाकिस्तान और बांग्लादेश में काफिरों के आंकड़ों से भी यह नहीं समझ सकते।
अगर कोई हिंदू कभी नहीं बोलता, चुप रहता है और उच्च नैतिक पद धारण करता है, तो उसका भाग्य निश्चित रूप से बर्बाद हो जाता है।
हिंदुओं का अंत निश्चित है।
केरल, बंगाल, उत्तर प्रदेश, हैदराबाद और अन्य राज्यों के मुस्लिम बहुल इलाकों पर विचार करें।
अपने शहर में कभी भी ऐसे इलाके में न जाएं जहां मुस्लिम लोग हों।
इसके अलावा, जाम्बिया और मलेशिया जैसे देश इसके उदाहरण हैं।
मुस्लिम बहुल देशों के आगमन के साथ, इन धर्मनिरपेक्ष देशों को इस्लामिक राष्ट्र घोषित कर दिया गया।
लंदन, स्वीडन, फ्रांस और नॉर्वे जैसे देशों में रोज़ाना हिंसा होती है। क्या आपने कभी सोचा है कि ऐसा क्यों हो रहा है? कौन करता है? इसका उद्देश्य क्या है?
लोगों में दहशत पैदा करना और बिना बोलने की हिम्मत किए उनके दिलों में डर पैदा करना शांति स्थापना की रणनीति का हिस्सा है। क्या आप नहीं समझते, वे नमाज़ के नाम पर दिन में 5 बार मस्जिद में इकट्ठा होकर आपके खिलाफ़ साजिश करते हैं? वे दिन में 5 बार कसम खाते हैं और आपको खत्म करने का फैसला करते हैं!
इसलिए, आँखें और मुँह ढकना कारगर नहीं है। अब समय है अपनी आँखें खोलने का, अपना मुँह खोलने का और लोगों में जागरूकता पैदा करने का
सोचो और समझो।
अग्रवाल साहब ने अपने नौकर अब्दुल से पूछा, "मेरे 2 बच्चे हैं और मैं उनके भविष्य को लेकर चिंतित हूँ, लेकिन तुम्हारे 12 बच्चे हैं और तुम चिंतित नहीं हो।"
अब्दुल: "25 साल बाद मेरे 12 बच्चे तुम्हारी दुकान संभाल लेंगे। तुम सिर्फ़ हमारे लिए कमाते हो, फिर मैं क्यों परेशान होऊँ?"
यह उनकी मानसिकता है।
"सियालकोट, लाहौर, गुजरांवाला और करंजी में हिंदुओं द्वारा बनाई गई बड़ी-बड़ी हवेलियाँ हमारे लिए बनाई गई थीं। आज़ाद भारत में भी कश्मीरी हिंदुओं ने कश्मीर में हमारे लिए बड़ी-बड़ी हवेलियाँ बनाईं और आखिरकार हमने उन पर विजय प्राप्त कर ली और हमें तुम्हारी चिंता करने की ज़रूरत नहीं है।"
*यह सच्चाई हर हिंदू तक पहुँचाएँ। अपनी आँखें और कान खोलो।*
स्रोत: Unknown⭕
अनिल जैन
केजरीवाल की गिरफ्तारी पर अन्ना हजारे का हैरान करने वाला बयान कहा इसकी तो
मोहन सिंह
swiggy ,zomato अपनी जगह ठीक है पर पापा लौटते वक़्त कुछ ले आइयेगा
आपका इनबुक
द्रौपदी मुर्मू जी होंगी अगली राष्ट्रपति!
उम्मीदवार
नारी शक्ति को नमन
Deoratna Goel
आज खुजलीवाल को इस आधार पर अंतरिम जमानत पर छोड़ दिया गया कि वो एक राजनेता है और चुनाव में प्रचार करने हेतु उसे बाहर रहना जरूरी है.
चलो, जब सुप्रीम कोर्ट ने जमानत का ये कारण बताया है तो सही ही बताया होगा.
लेकिन, मुझे सिर्फ एक बात यह पूछनी है कि ये सुविधा सिर्फ अपराधी राजनेताओं के लिए ही है या फिर देश के सभी नागरिकों के लिये है ???
क्योंकि, जानकारी के हिसाब से तो कानून की नजर में सभी बराबर हैं.
तो, अगर अंतरिम जमानत का यही आधार है तो फिर....
इस देश में हर चार महीने पर कहीं न कहीं कोई न कोई चुनाव चलता रहता है.
जिसमें, कोई भी चुनाव कम अथवा अधिक महत्व का नहीं होता बल्कि सभी बराबर महत्व के होते हैं.
तो क्या, अब हर अपराधी राजनेता को चुनाव के समय इसी आधार पर जमानत दे दी जाएगी ???
और, अगर ऐसा ही है तो फिर झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कौन सा पाप किया है कि उन्हें जमानत नहीं दी गई ??
क्या, हेमंत सोरेन जी को इसीलिए जमानत देने से इनकार किया जा रहा है क्योंकि वे खुजलीवाल से कमतर नेता हैं या फिर उनकी पहुँच जॉर्ज सोरोस या अमेरिका तक नहीं है ???
खुजलीवाल के संबंध में कोर्ट के जजों का कहना था कि विशेष परिस्थिति है और उस विशेष परिस्थिति के अन्तर्गत हम अंतरिम बेल पर सुनवाई कर रहे हैं और उसका आधार यह है कि केजरीवाल एक राजनेता हैं और इस समय देश में चुनाव है और इनको अपने पार्टी का प्रचार करना है इसलिए उन्हें राहत मिलनी चाहिए.
अब यदि जमानत का यही आधार बनेगा तो यदि कोई अपराधी किसान है तो उसको भी जुताई, बुवाई, गुड़ाई, सिंचाई और कटाई के लिए बेल मिलना चाहिए ..!
व्यापारी को व्यापार के लिए बेल मिलना चाहिए.
चुनाव के समय प्रत्येक अपराधी को वोट डालने के लिए बेल मिलना चाहिए.
उसी तरह एक डॉक्टर को OPD चलाने के लिए बेल मिलना चाहिए.
आख़िर, केवल एक राजनेता को ही विशेष सुविधा क्यों ???
क्या अब संविधान को ताक पर रखकर इस देश में नेता प्रथम दर्जे के और बाक़ी जनता द्वितीय दर्जे की नागरिक होगी ????
खुजलीवाल के इस जमानत के बाद सुप्रीम कोर्ट को इस मामले का जबाब जरूर देना चाहिए.
और, जनता को भी सुप्रीम कोर्ट से इसका जबाब जरूर पूछना चाहिए..!
Kumar Satish ji