देश की आजादी के बाद से लेकर वर्तमान सरकार तक ना जाने कितने योजनाओं को प्रारंभ किया ! गया कुछ धरातल पर आया कुछ धरातल पर नहीं आया जहां आया वहां भ्रष्टाचार के कारण विफल हो गया ! इसकी पुष्टि खुद भूतपूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी द्वारा कहा गया कि जब सरकार ₹1 भेजती है तो जनता के पास केवल 15 पैसे ही पहुंचते हैं आज वह समस्या नहीं है अगर सरकार ₹500 भेजती है तो ₹500 खाते में आता है लेकिन जब योजनाओं की बात करें तो कोई भी सरकार में यह सफल नहीं रहा क्योंकि हमारे देश में योजनाएं ज्यादातर कागजी ही होते हैं! जीवन स्तर जिस तरह से सुधार होना चाहिए जनता का उच्च स्तर से सुधार नहीं हो रहा है जीवन स्तर तभी सुधार हो सकता है जब सरकार निशुल्क शिक्षा व्यवस्था निशुल्क स्वास्थ्य व्यवस्था निशुल्क सामाजिक व्यवस्था और सुरक्षा पर योजनाएं बनाएं सरकार के सचिव के रूप में जितने भी पदाधिकारी हैं उनको इस बारे में सोचने की आवश्यकता है देश तभी तीव्र गति से आगे बढ़ेगा जब सही दिशा और नीति निर्देश हो