अत्यंत दुख हुआ यह खबर सुनकर कि एक गर्भिणी हथिनी को किस कदर आत्म हत्या के लिए मजबूर होना पड़ा भोजन की तलाश में जंगल से भटकते हुए दो पाया जानवरों के मध्य पहुंच गई जहां उसे उन जानवरों ने अनानास में पटाखे भरकर खिला दिए और उन पटाखों का विस्फोट उसके मुंख में हो गया इस पशुता के उपरांत यह गर्भड़ी हथिनी आत्महत्या को आतुर हो एक नदी में खड़ी हो गई कि जब तक उसके प्राण उसके शरीर को ना त्याग दिए। व्यथा क्रोध एवं हमारी पशुता धिक्कार है हमारे समाज पर जो ऐसे दुरात्मा लोगों को अभी तक जीवित छोड़ रखा है।