पूरे विश्व को आज कोरोना ने भारतीय संस्कृति की तरफ मोड़ कर रख दिया है.. क्यों हमारे गांव में दरवाजे पर नीम का पेड़ होता था? और आंगन में तुलसी का? और जब से घर के अंदर मनी प्लांट और बाहर ताड़ के पेड़ लगने लगे हैं तब से रोगों का विस्तार भी बहुत ही प्रचुर मात्रा में हुआ है। इससे पहले प्रकृति हमको और दंडित करें हम अपनी पुरानी सभ्यता की तरफ चलते हुए हर घर में के आंगन में तुलसी के पौधे को अनिवार्य करें ..और जहां तक हो सके यथासंभव अगर घर के सामने कुछ भी जगह मिल रही हो तो नीम के पेड़ वापस लगाएं। पूरा विश्व भारतीय संस्कृति की दुहाई दे रहा है और हम अपनी संस्कृति से विमुख हुए हैं।