मादा बिच्छू की अस्थि मज्जा पर उसके बच्चे विकसित होते हैं,जन्म लेने के बाद ये अपनी मां को तब तक खाते हैं जब तक उसके प्राण नहीं निकल जाते इस से अच्छा चित्रण नहीं हो सकता देश के विश्वासघातियों, निष्ठाहीनों का,जो खाते तो इस देश का हैं,परन्तु दिल में कुछ और षड़यंत्र है !