दलित भाइयों , ये क्या चल रहा है... किसकी नजर लग गयी भीम+मीम की दोस्ती को ? जौनपुर में दलितों के जले हुए घरों की राख ठंडी नहीं हुई कि महराजगंज कोतवाली क्षेत्र के सिकंदरपुर आइमा गांव में दलितों की बस्ती पर शांतिदूतों ने हमला कर दिया है...
दरअसल यहां.. मुस्लिम लड़कों की टोलियां एक स्थान पर लगातार कई दिनों से दलितों की बहन बेटियों के साथ छेड़खानी करते थे.. धड़पकड़ कर लेते थे...
अब आरक्षण के मारे और स्वाभिमान गंवा चुके लोगों को इस पर एतराज नहीं करना चाहिए था क्योंकि वो लोग तो इनके चच्चा जान ठहरे..
लेकिन ना जाने .. कहां से कुछ बहनों के भाइयों में क्रोध जाग उठा.. मार पीट हो गयी...
और आदतानुसार.. शांतिदूत जब भी पिटाई खाते हैं तो वापिस जाकर सैकड़ों को लेकर लौटते हैं.. सो वापिस लौटे और दलितों की बस्ती पर हथियारों से लैस होकर हमला कर दिया... मार पीट और कूट कर "मीम+भीम थ्योरी" का भजिया तल दिया...
इसके बाद फिर से काम आया अपने पूर्वजों का ही खून याने योगीजी... तुरंत एक्शन लेते हुए .. परवेज, फैजान, नूर आलम, सदरे आलम, हमीर, आरिफ, आसिफ,मेराज और सुहैल सहित 12 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
थानाध्यक्ष तक को ससपेंड कर दिया..
अब क्या करें.. कोई आरक्षण की वजह से भले गद्दारी करे, लेकिन परिवार तो परिवार ही होता है..