मंदिर का भीतरी दृश्य देखिये । इसको देखकर हैरान होते समय याद रखना कि इसे आज से सैकड़ो साल पहले 12वीं शताब्दी में बनाया गया है । कभी सोचा है ऐसी संरचनाएँ हमारे पाठ्यक्रम में क्यों नहीं है ?
इतिहास लिखना तो वामपंथियों के हाथ में था लेकिन सबको इतिहास बताना हमारे हाथों में है ।