विवेकानन्द विनय's Album: Wall Photos

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हमने धर्म की रक्षा नहीं कि उसका परिणाम ये हुआ कि

हिंदुओं को काटा जाता रहा और भारत खंड-खंड होता गया ।

ये तस्वीर
1920 की महाशिवरात्रि पर करांची में लगे मेले की है करांची।

1920 के बाद 1947 अर्थात मात्र 27 वर्षों में ही कांग्रेस और जेहादियों ने सब भारत को न भरने वाले घाव दिए हैं- और आज फिर भारत को खंडित करने के लिए षणयंत्र रच रहे हैं।

आज भारतीय उपमहाद्वीप के इस्लामिक देशों के हिंदु घुटन और जलालत भरा जीवन जीने को मजबूर हैं।
उनकी बेटियोंनको रोज उठाया जाता है , वे सबकुछ छोड़कर भारत में शरण चाहते हैं पर आज भारत उनको शरण देने में असमर्थ है।

अंग्रेजों द्वारा थोपे गए संविधान और शासन तंत्र को इसी प्रकार हम ढोते रहेंगे तो एक दिन वह आएगा कि शेष भारत के हर संसाधन पर और सत्ता पर मुसलमानों का शासन होगा और जिस दिन वह सत्ता के शीर्ष पर कोई मुसलमान पहुंचेगा उस दिन संविधान का पालन नहीं होगा बल्कि शरिया लागू कर भारत को इस्लामिक राष्ट्र घोषित हो जाएगा
तब तुम्हें वही मिलेगा जो मुसलमानों के 800 साल के शासन में काफिरों को मिलता रहा है, वही मिलेगा जो पारस में पारसियों को मिला , सीरिया में यजुर्वेदी यजीदियों को मिला ।

हमारे हिंदू नेता भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने में हिचकते हैं, उसकी बात तक करने से डरते हैं, उस पर चर्चा परिचर्चा करने से उनके हाथों में कंपन शुरू हो जाता है परंतु याद रखना जिस दिन मुसलमान सत्ता के शीर्ष पर होगा उस दिन इस्लामिक राष्ट्र घोषित करने में उन्हें तनिक लज्जा ,हिचक और देर नहीं होगी , इस्लामिक भारत में जो रोड़ा बनेगा उसे पारसियों, यजीदियों, सिंध और कश्मीरी हिंदुओं की तरह काट दिया जाएगा।

यजीदियों के साथ क्या हुआ वो भी जान लें