अच्छा आप लोग एक बात बताइए बच्चे के पैदा होने के कुछ दिन बाद आप सोचते हैं कि उसका नाम अब स्कूल में लिखाना चाहिए फिर उसका नाम स्कूल में लिखाने जाते हैं या शादी करते ही सोच लेते हैं कि बच्चे का नाम स्कूल में लिखाना चाहिए और सुहागरात मनाने से पहले बच्चे का नाम स्कूल में लिखने चले जाते हैं....?
बाबा रामदेव ने कोरेना की दवाई के बारे में आज घोषणा की कि मैंने बना लिया अब जब दवाई उन्होंने बना लिया तो सरकार के पास उसको जांच के लिए भेजेंगे तभी तो सरकार उसको आर्डर देगी उस दवाई को बनाने का प्रचार-प्रसार करने का.....
यदि सरकार बाबा रामदेव को कह रही है कि ठीक है आपने करोना की दवाई बना ली अब हमारे पास अपने सारे कागजात को लेकर आईये हम तय करेंगे कि आपने कोरोना की जो दवाई बनाई है वह सही है या नहीं है फिर आप उसका प्रचार प्रसार कीजिएगा तो इसमें सरकार कहां गलत है।
और रामदेव बाबा ने भी नियमतः सारे कागजात को सरकार के पास आज शाम में जमा कर दिया.....
तो इसमें चमचे कांग्रेसियों और वामपंथियों को खुश होने का क्या कारण है।