कोरोनिल नामक कोरोना की आयुर्वेदिक दबाई बन गई,
बाबा रामदेब ने यह दबाई बनाई है
कोरोना अब तेरा क्या होगा बेटा
और अगर तेरा कुछ नहीं हुआ तो बाबा का क्या होगा।
कुछ भी हो बाबा रामदेव ने बहुत बड़ा risk लिया है एक दवाई के सफलता और असफलता पर अब उनकी इज्जत टिकी हुई है...?
मेरी हाथ जोड़कर भगवान से विनती है भगवान इस बार देश की भलाई के लिए बाबा रामदेव की इज्जत रख लीजिए यदि बाबा रामदेव ने व्यापार के उद्देश्य से भी इस दवाई का निर्माण किया है तो भी उसमें उनको सफलता मिले और इस सफलता का श्रेय पतंजलि के साथ-साथ सनातन धर्म मैं उपलब्ध आयुर्वेद के ज्ञान को भी मिले।
सनातन धर्म की जय हो आयुर्वेद आज भी अपनी प्रासंगिकता बनाए हुए हैं बाबा रामदेव आपका अभिनंदन है।