Ghanshyam Prasad's Album: Wall Photos

Photo 331 of 5,346 in Wall Photos

भारत में व्यवसाय .... 1 ...
.
वर्ष 1997 में पहली बार विदेशी धरती पर कदम रखा प्रोफेशनल ट्रेनिंग के लिए और वो भी जर्मनी में और कुछ अच्छा लम्बा समय वहां पर बीता ... Frankfurt से ट्रैन से एक स्टेशन Offenburg पहुँचे तो वहां पे कम्पनी से एक मित्र आए थे ... उन्होंने वहां से दूर एक छोटे से गाँव Seelbach में ठहरा दिया और बोले कि अगले दिन सुबह आएँगे साथ कम्पनी ले जाने के लिए ... अगले दिन सुबह हम लोग निकले और मुश्किल से 2 मिनट में कम्पनी पहुँच गए ... हम हैरान थे कि एक गाँव में इतनी बड़ी कम्पनी .... उस समय यहाँ की जनसंख्या 1200 से कम थी .... वहीँ पता चला कि इस कम्पनी की एक प्रमुख प्रतिध्वंधि यहाँ से मात्र 25 km दूर एक गाँव में स्थित है जहाँ की जनसंख्या 2500 से कम है ....
.
एक और जर्मनी की कंपनी है जो पहाड़ों में स्थित Lenzkirch नामक छोटे से 5000 लोगों के कस्बे में है और विश्व भर में व्यवसाय करती है ... जहाँ ये स्थित है वो उत्तराखड के किसी छोटे से गाँव बराबर है ... कुकू क्लॉक के लिए मशहूर टीटीसी से भी छोटा गाँव है जहाँ कम्पनी स्थित है .... इसका एक यूनिट भारत के पुणे में भी है ... ऐसे ही वहां जर्मनी, फ्रांस, नेथरलैंड, पोलैंड, इटली, स्विट्ज़रलैंड बेल्जियम आदि में गाँव तक बड़े उद्योग - व्यवसाय स्थित हैं ..
.
इस पूरे इलाके को Schwarzwald यानी कि Black Forest बोला जाता है और ये जर्मनी - फ्रांस - स्विट्ज़रलैंड के तिकोने सीमा का क्षेत्र है ...

1997 से अब तक अनेकों बार यूरोप जा चूका हूँ अनेकों, कांफ्रेंस, exhibition और व्यवसाय मीटिंग कर चूका हूँ ... Frankfurt का एरिया 250 sq किमी है लखनऊ का 350 .... पेरिस का क्षेत्रफल 105 स्क्वायर किलोमीटर है और दिल्ली का लगभग 1500 .. Amsterdam लगभग ३०० sq किमी है और मुंबई 650 के आस पास ....
.
यूरोप के शहर में लन्दन और बर्लिन को छोड़ दें को बाकी के कोई भी नामी शहर अपने यहाँ के जिलों के बराबर हैं .... कई तो उससे भी छोटे हैं .. भारत में व्यवसाय और उद्योग केंद्रित हैं 8 - 10 शहरों और 5 - 6 प्रमुख राज्यों में .... जबकि यूरोप में गाँव तक में एक MNC प्रमुखतया स्थित है ..
.
भारत में उद्योग जगह जगह न फैलने का ये प्रमुख कारण है ... गाँव और कस्बो का विकास न होना, यहाँ उद्योग व्यवसाय के साधन न होना ... बड़े शहर भारत में बेरोजगारी, पलायन और uniform economic distribution के लिए जिम्मेदार है, जबकि यूरोप में ऐसा नहीं है .....
.
भारत को Europe या चीन के बिज़नेस मॉडल से क्या सीखना चाहिए ... भारत में कैसे bad uniform economic distribution हो ... भारत के बड़े शहर से दूर बिहार के अररिया, भागलपुर, चम्पारण .. उप्र के कुशीनगर से लेकर झाँसी ... पूर्वोत्तर या कश्मीर से लद्दाख तक कैसे उद्योग लगें ... न सिर्फ लगें, बल्कि पनपें और बहुराष्ट्रीय व्यवसाय करें .... इसके बारे में आगे बात करेंगे ....

रंजय तृप्ति