यह नसीमा बानों जी हैं... यह खुद आतंकवादी जी हैं.... पूरा खानदान भी आतंकवादी जी है !... यह घाटी में दहशतगर्दी का निशुल्क प्रशिक्षणकेन्द्र चलाती थीं... दहशतगर्द भाइयों को हथियार भी उपलब्ध कराती थीं.... दुख की बात है भारतीय सेना ने इन्हें रंगे हाथ पकड़ लिया....
हमारा निवेदन है कि जेल में डालने से पहले इनका ठीक से मेडिकल चैकअप होना चाहिए !.... नहीं तो सरकारी वकील साहब इन्हें मानवीय आधार पर सफूरा जरगर की तरह छोडने की अनुशंसा कर देंगे.