Nimoo: लेह की वह जगह, यहां सूरज उगने से पहले पहुंच गए पीएम मोदी..
भारत चेन सीमा का लेह इलाका
सीमा विवाद को लेकर चीन के साथ जारी तनातनी के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को अचानक लद्दाख पहुंच गए। जवानों को सरप्राइज करने के लिए पीएम मोदी लेह के नीमू में फारवर्ड लोकेशंस पर शुक्रवार तड़के पहुंचे।
उन्होंने यहां पर सेना, एयरफोर्स और इंडो तिब्बत बॉर्डर पुलिस (ITBP) के जवानों से बात की।
जानते हैं उस जगह के बारे में जहां पहुंचे हैं प्रधानमंत्री-
करीब 11 हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित नीमू की टेरेन बेहद मुश्किल मानी जाती है। यह इलाका सिंधु नदी के किनारों पर स्थित है।
यहां पर सिंधु और जन्सकार नदी आपस में मिलती है। यहां पर जन्सकार नदी का विलय हो जाता है और सिंधु नदी उत्तर पश्चिम में पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर की तरफ बढ़ जाती है।
यहीं पर आलची नामक गांव में नीमू-बाजगो पनबिजली (Hydroelectric) परियोजना बनाया है। भारत के इस कदम का पाकिस्तान ने विरोध किया था।
लेह से कारगिल के रास्ते में पड़ता है नीमू इलाका, लेह जिले की लिकिर तहसील का हिस्सा।
अक्साई चिन और पीओके के लिहाज से इस पॉइंट का सामरिक महत्व है। यह बहुत ही दुर्गम क्षेत्र है।
गर्मियों के दिन में यहां का तापमान 40 डिग्री तक, जबकि गर्मियों में -29 डिग्री तक हो जाता है।