कमिशनखोरी के चक्कर मे कांग्रेस, ऐसी स्वदेशी और बेहतरीन तकनीक होते हुए भी विदेशी कंपनियों से ये गाड़ियां मंगाती रही।
सेना की ये गाड़ियां दूसरे देश हमसे लेते हैं परंतु अपने ही देश के लिए ऐसी गाड़िया हम विदेशी कंपनियों से मंगाते थे, क्यों?
जब ये तकनीक हमारे स्वदेशी कंपनियों के पास पहले से मौजूद थी तो कांग्रेस ने उनसे ये क्यों नहीं खरीदा?
महिंद्रा एंड महिंद्रा कंपनी ने माइन प्रोटक्शन व्हीकल बनाकर सेना को समर्पित की। पहले यह गाड़ी विदेशों से इंपोर्ट की जाती थी। यह गाड़ी पहले प्रयोग की जाने वाली माइन प्रोटक्शन व्हीकल से बहुत अच्छी है।