#इजरायल की एक #घटना बताता हूँ। एक भारतीय_पत्रकार इजरायल गये थे घूमने। वहाँ एक जगह गये, जहाँ पर इजरायल के लड़के_लड़कियां आपस में नाच गा कर मस्ती कर रहे थे। सब दुनिया से बेफिक्र होकर मस्त थे।
अचानक वहाँ की यूजिक_बन्द और माईक से आवाज आयी, दुश्मनों ने हमला कर दिया है सब लड़ने के लिए तैयार हो जाये, इतना सुनते ही सारे के सारे युवक और युवतियां पल भर में नाच गाना छोड़कर बन्दुक पिस्टल निकाल कर तैयार हो गए।
म्यूजिक_बन्द, लड़कियों ने भी बंदूके निकाल ली और तैयार हो गयी,मस्ती वाली जगह जंग का मैदान बन गयी, हौसले_मजबूत हो तो दुश्मन को पस्त होना ही है, सारे के सारे फिलिस्तीनी आतंकी मारे गये, इजरायल बहुत छोटा सा देश है और आबादी भी कम,इतना की दिल्ली के किसी भी #कोने में इजरायल बस जाये, पर हौसला इतना की किसी भी मुस्लिम देशों या आतंकी संघटन की मजाल नही की हमला कर दे। अगर ये गुस्ताखी की भी किसी ने तो मोसाद उसे जिन्दा नही छोड़ती, चाहे वो दुनिया के किसी भी कोने में छुप जाये।
इजराइल से ये सिख मिलती है कि अगर सेना और सरकार के साथ समाज भी मातृभूमि के प्रति अपना कर्तव्य निभाने लगे तो उस देश की सरहद तो क्या मिट्टी को भी कोई छू नही सकता।
।। जय श्रीराम ।।