जेहादी अपना प्रोडक्ट बेचने के लिए कितने विज्ञापनों में हमारे ऋषि मुनियों की अश्लील तस्वीरें बनाकर प्रयोग करते हैं।
और विज्ञानपन एवं प्रॉडक्ट धड़ल्ले से बाजार में बिकता है।
एक बहुत ही गंभीर मुद्दे पर ध्यान दीजिये...
.ये एक छद्म नामधारी जिहादी की कंपनी है....
हमारे ऋषि-मुनियों को बदनाम करने की आड़ में सनातन धर्म पर ही प्रहार किया जा रहा है....
.जब प्रोडक्ट बालों पर लगाए जाने वाले कलर का है तो इस तरह की फोटो लगाने का क्या औचित्य है ????
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ये इसलिए कि जिहादियों के दिमाग में ये बात साफ़ है कि सनातन धर्म पर चाहे जैसी चोट कर लो उनका बाल भी बांका नहीं हो सकता...
साक्षी महाराज ठीक ही कहते हैं कि सन 2050 तक जब जिहादी हिन्दुओं के बराबर की आबादी के हो जायेंगे तो इस देश में हिन्दुओं को गाजर-मूली की तरह काटा जाएगा...
मुगलों की दासता का दौर वापसी की राह पर है....
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अभी भी वक़्त है हिन्दुओं...
बचा लो अपनी संस्कृति को....
विरोध करो जिहादियों का...
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सोचो अगर ये प्रोडक्ट योगिराज बाबा रामदेव की पतंजलि का होता और यहाँ किसी मौलवी या पादरी का चित्र होता तो क्या होता ??
फतवे जारी हो चुके होते...
मीडिया विरोध में सामने आ जाती..
लेकिन चूंकि ये हिन्दू धर्म के अनादर का विषय है सो सब मुंह में दही जमाकर बैठे हैं....!