अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाली हिंदू छात्रा को सहपाठी दानिश द्वारा धमकी
"लॉकडाउन के बाद इंशाअल्लाह आपको भी हिजाब पहनाया जाएगा, वो भी पीतल का" (पीतल का हिजाब यानी बंदूक की गोलियां)
उत्तर प्रदेश की महिला आयोग प्रमुख मीना कुमारी ने अलीगढ़ (एसपी) अरविंद कुमार को पत्र लिखकर अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) की एक छात्रा द्वारा एक साथी छात्र के खिलाफ शिकायत करने पर कार्रवाई की मांग की है।
एक हिंदू छात्रा, ने 13 जुलाई को अलीगढ़ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) को शिकायत की जिसमे कहा गया है कि बैचलर ऑफ आर्किटेक्चर के छात्र राकबर दानिश ने सोशल मीडिया पर उसके खिलाफ असभ्य भाषा का इस्तेमाल किया और उसे धमकी दी है और वह उसकी वजह से कॉलेज फिर से शुरू करने से डर रही है।
शिकायत पत्र में कहा गया है कि डेनिश एक ऐसे समूह का हिस्सा है जो नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) का समर्थन करने के लिए कई महीनों से हिंदू छात्रा का उत्पीड़न कर रहा है और, अब वह छात्रा कॉलेज जाने से डर रही है, 9 जुलाई को डेनिश ने फेसबुक पर उससे कहा कि वह उसे "पीतल का हिजाब" पहनाएगा।
"लॉकडाउन के बाद इंशाअल्लाह आपको भी हिजाब पहनाया जाएगा वो भी पीतल का" दानिश ने ये छात्रा की एक पोस्ट के जवाब के रूप में लिखा था, छात्रा ने शिकायत की कि एएमयू हॉस्टल में महिलाओं को खुद को हिजाब से ढंकने के लिए मजबूर किया जाता है और यहां तक कि हिंदू महिलाओं को भी इस इस्लामिक प्रथा को मानने के लिए बाध्य किया जाता है । शिकायतकर्ता छात्रा के एक दोस्त ने बताया कि "पीतल का हिजाब" का अर्थ बंदूक की गोलियां हो सकता है और इसीलिए उसने छात्रा को इस खतरे भरी धमकी को गंभीरता से लेने की सलाह दी है।
छात्रा के मित्र ने दानिश द्वारा छात्रा को भेजे गए एक मेसेज का स्क्रीनशॉट भी साझा किया, जिसमें दानिश ने हिंदू छात्रा को धमकाया है कि "विक्टिम कार्ड" खेलना बंद कर दे अन्यथा वह छात्रा के विरुद्ध एएमयू की छवि खराब करने की शिकायत दर्ज करवा देगा।
यह घटना अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में मुस्लिम छात्रों द्वारा हिंदू छात्र-छात्राओं के संग पालन किए जाने वाले सेक्युलरिजम के स्तर को समझने का उत्कृष्ट उदाहरण है।