अक्सर सुनते थे ,सुनते क्या थे फिल्मों में भी देख लेते थे,
फलां पीर ने या फलां साधू या पादरी ने चमत्कार किया !!
वो चमत्कार करते थे।
किसी कोढ़ी को ठीक किया, किसी अंधे को आंख दे दी। वे आज भी भारत मे चंगाई में चमत्कार दिखाते हैं।तमाम वीडियो दिन रात सोशल मीडिया पे घुमते हैं।
ऐसे कई एक धर्म प्रधान देश हैं ,,जहाँ तमाम कोरोना से मर जा रहे हैं,,हमारे यहाँ भी मर जा रहे हैं !!!
चमत्कार गायब है उन देशों में ,,,
मगर राम के देश में राम चमत्कार नहीं करते।उनके दूत धर्म परिवर्तन को भी नहीं कहते,,धर्म बदलने पर ठीक होने की गारंटी भी नहीं देते,,
लक्ष्मण के बेहोश होने पर सुषेण वैद्य को बुलाते हैं बिना लागलपेट के,,,
सनातन तमाशे नहीं करता ,,,प्रगतिशीलता की मिसाल है।