सनातन धर्म मूर्ति पूजन का महत्व आइए समझते हैं,
हमारा मस्तिष्क रेखांकित भाषा को ज्यादा समझता है इसीलिए बचपन में हम सभी ने जो भी पुस्तक को पढ़े सभी में चित्रों की ही प्रधानता होती थी, परंतु जैसे-जैसे बड़े होते गए चित्रों की आदत छूट सी है अभ्यास सूक्ष्मता में विश्वास करने लगा।
ठीक इसी प्रकार से भक्ति मार्ग अथवा ज्ञान मार्ग मैं भी ईश्वर को समझने के लिए चित्रों की आवश्यकता पड़ी जिसका एक आकार प्रकार बनाया गया परंतु वही सत्य हो ऐसा नहीं