Ashok Sanatani's Album: Wall Photos

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रियाज फेज और फैजल तीनों लँगोटिया दोस्त थे... बचपन स्कूल फिर साथ ही कॉलेज भी गुजारने के बाद तीनों ने एक साथ ही इंजीनियरिंग कॉलेज में भी दाखिला ले लिया... गांव तो उनकी दोस्ती की मिशाल देता ही था अब इंजीनियरिंग कॉलेज के टीचर स्टूडेंट्स सभी उनकी दोस्ती की कसमें खाने लगे... बेहद संवेदनशील तीनो दोस्तों में कुछ कर गुजरने का जज्बा था... उनकी सुबह की शुरुआत पेपर में देश दुनियां की खबरें पढ़ने से होती थी और रात कॉलेज के बगल में मौजूद पब में...पब में बैठकर बियर व्हिस्की की चुस्कियां लेते हुए वो देश दुनियां पर डिस्कस करते थे...!
कल रियाज बहुत उदास था,व्हिस्की भी बहुत धीरे धीरे पी रहा था,फेज और फैजल ने कारण पूछा तो रियाज बोला..."यार केरल में कुछ शरारती तत्त्वों ने एक प्रेग्नेंट हाथी को पटाखों से भरा अन्ननास खिला कर मार डाला...कितने क्रूर होते है न ये लोग...बच्चे की भी न सोचा...?
फेज और फैजल भी इस खबर को सुनकर बहुत उदास हो गए, तीनो का मन फुट फुट कर रोने को कर रहा था,इस दुख भरी घड़ी से निकलने के लिए रियाज ने वेटर को आवाज लगाई...वेटर आया... रियाज ने ऑर्डर दिया...दो प्लेट बोनलेस चिकन और तीन प्लेट लेग पीस के साथ ब्लैक लेबल और किंगफ़िशर की एक एक बोतल और लेकर आओ... अब तीनों थोड़ा रिलीफ महसूस कर रहे थे...
अब तीनो के बीच चर्चा का विषय बदल गया...तीनो बोनलेस चिकन और लेग पीस को मुंह में सिगार की तरह रखकर सुड़कते और शिप के साथ ड्रिंक करते हुए देश मे बढ़ रही बलात्कार की घटनाओं पर जिक्र करने लगे...!
बलात्कार और अबोध जानवरों के ऊपर बढ़ रही क्रुरता से होने वाले कष्ट से खुद को दूर रखने के लिए फेज ने वेटर को फिर बुलाकर कुछ इशारा किया... वेटर हल्की मुस्कान के साथ वापस चला गया...अब उनके कमरे में सामने सहमी सिकुड़ी अस्त व्यस्त कपड़ों में लिपटी एक १६/१७ साल की लड़की बैठी हुई रोते हुए घर जाने की गुहार लगा रही थी..."कल भी खुद ही आ जाना नही तो तेरी ये वीडियो क्लिप तेरे घरवालों के साथ सभी रिश्तेदारों के यहाँ भेज देंगे" कहते हुए फैजल ने जोर से उसके गालो को काट लिया...लड़की दर्द के साथ अपने गाल पर बने निशान को अपने दुप्पटे से छुपाते हुए सिसकियों के साथ भारी कदमो से घर की ओर चली जा रही थी इस प्रश्न के साथ की क्या मां बाबूजी को बताना ठीक रहेगा कि मेरा अपहरण करके मेरे साथ...नही नही
कहीं मेरे मां बाबूजी को गुस्सा आ गया और वो कॉलेज प्रशासन को बोल दिया तो वो वीडियो क्लिप मेरे सभी रिश्तेदारों...नही नही मुझे चुप ही रहना है...?
सुबह हुई...तीनों ने दिन की शुरुआत न्यूज पेपर से की... आज पेपर के फ्रंट पेज पर मोटी मोटी हेडलाइन में चोरी डकैती के तरफ युवाओं के बढ़ते हुए कदम पर लम्बा लेख था, रहीम ने दुखी मन से फेज और रियाज से बोला "अरे यार ये देश नही सुधरने वाला... आज फिर मूड खराब हो गया, चल डुप्लीकेट चाभी से सेठ जी के गैराज से कोई महंगी गाड़ी निकाल कर लॉन्ग ड्राइव पर चलते हैं"...?
अब तीनो १४० की स्पीड ऑडी से लॉन्ग ड्राइव पर वहां जा रहे थे जहां लड़की चिकन और दारू की कोई कमी न हो... चर्चा का विषय था "तेज स्पीड की वजह से रोड पर बढ़ते हुए एक्सीडेंट से आहत मन"
Moral :-अनपढ़ से उप राष्ट्रपति तक...सारी दुनिया मे एक ही थ्योरी...थूक थूक कर इस कायनात को ही थूकल्ली बना दो...थूकल्लाह की कुडान जन्नत बख्शेगी...!!!