chitrakant sharma's Album: Wall Photos

Photo 23 of 27 in Wall Photos

वंशीविभूषित करात् नवनीरदाभात
पीतांबराद् अरुणबिम्ब फलाधरोष्ठात्
पूर्णेन्दुसुन्दर मुखात् अरविन्द नेत्रात्
कृष्णात् परम् किमपि तत्वं अहं न जाने

अर्थ :-

पूर्णेन्दु चन्द्रमा के समान जिनका अतुलित सौन्दर्य-माधुर्य है, जिनके कर-पल्लव वंशी-विभूषित हैं, जिनके नेत्र कमल-दलतुल्य हैं ऐसे कृष्णचन्द्र परमानन्द के तुल्य और कोई वस्तु है ही नहीं; सच्चिदानन्दघन आनन्दकन्द परमानन्द श्रीकृष्णस्वरूप से भिन्न कोई तत्त्व है ऐसा मैं नहीं जानता...!!