#सुनो_मै_इतिहास_हूँ
हर वक्त तुम्हारे पास हूँ।
मै याद रहूँ तो तुम्हारा भविष्य हूँ,
अगर भुला दीया तो अमर लास हूँ।
सुनो मै इतिहास हूँ.............
अनगिनत पापियों को लपेटे रखा है मैने
और धर्मियों को भी समेटे रखा है मैने।
भटक न जाना तुम मानवता के मार्ग से
वर्ना जैसी करनी वैसी भरनी मै ही सर्वनाश हूँ।
सुनो मै इतिहास हूँ.............
कृष्ण की नीति हूँ मै तुम सब की आप बीती हूँ मै
अतित की वास्तविकता और कईयों की अनीति हूँ मै।
मै केवल वो वृक्ष हूँ जिस पर तुम्हारे कर्मो का फल है,
समय की पहचान मै और मै ही सबका विनाश हूँ।
सुनो मै इतिहास हूँ...........
वक्त बदलता है और मै भी बदलता हूँ
मै ही अशोक तो बुद्ध भी बनकर निकलता हूँ।
बुरे के लिये बुरा हूँ और अच्छे के लिये अच्छा भी,
अच्छे बुरे सभी कर्मों का केवल मै ही ऐहसास हूँ।
सुनो मै इतिहास हूँ.............
मै कोई अवस्था नही हूँ केवल प्रत्यक्ष होता हूँ,
हंसता हूँ तुम्हारे अहंकार पर गलतियों पर रोता हूँ।
मै वही हूँ जिसे स्वयं तुम मानवों ने रचा है,
मै ही तुम्हारा दर्पन और तुम्हारा विस्वास हूँ।
सुनो मै इतिहास हूँ..............
मुझे स्वच्छ करो अब न कलंकित करो,
हो सके तो स्वर्ण अक्षरों मे अंकित करो,
ये श्रृष्टी और धरा है ईश्वर की महीमा से भरी
उस ईश्वर से न मुझे वंचित करो मै अब हो रहा निराश हूँ।
#है_अफ़सोस_के_मै_तुम्हारा_इतिहास_हूँ..............