संतोष केवल सनातनी's Album: Wall Photos

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‘मुस्लिम क्यों नहीं हो सकते राम भक्त?’, Ram Mandir Trust के महासचिव चंपत राय (Champat Rai) ने कहा, "मिट्टी धरती मां है. वह मुस्लिम राम भक्तों के लाने से अशुद्ध हो जाएगी क्या? किसी के कैरियर (मिट्टी का वाहक) बनने से मिट्टी अशुद्ध होती है क्या? वह भी (मुस्लिम भी) इस पर चलते हैं कि नहीं? वह यहां रहते हैं कि नहीं?"

उन्होंने कहा, “मुस्लिम राम भक्त क्यों नहीं हो सकते हैं? फिर कबीर को क्या कहोगे? रहीम को क्या कहोगे? सब हो सकते हैं राम भक्त. यह निरर्थक सवाल उठाया गया है. यह समाज के अंदर झगड़ा पैदा करने की मानसिकता दर्शाता है.”

चंपत राय ने कहा कि वह भी इस धरती का अन्न खाते हैं. इसी धरती का जल पीते हैं. इसी धरती का फल फूल खाते हैं. वह भी यहां चलते हैं. हम भी यहां चलते हैं तो क्या हम अपवित्र सड़क पर चलते हैं?

चंपत राय ने कहा, “यह भारत की आजादी में श्रद्धा रखने वाले लोगों का मंदिर है. मस्जिद निर्माण से कोई दिक्कत नहीं, वह सरकार का सुप्रीम कोर्ट का आदेश है. भूमिपूजन एक राष्ट्रीय पर्व है.”

#उत्तर
सर्व प्रथम सम्माननीय राय जी महोदय राम भक्त तो कोई भी हो सकता है एक किड़ा मकौड़ा भी परंतू भक्ति को केवल शुद्धता,समर्पण और संस्कृति ही प्राप्त करती है।
रही बात कबीर और रहीम की तो उन्होंने इन विशेसताओं को संपुर्णतः स्विकारा था दोहरा चरित्र नही था उनका और वो संत थे।

रही बात मिट्टी किसी मुसलमान द्वारा लाने से अपवित्र होने की तो महोदय मिट्टी अपवित्र नही होगी सत्य है और अगर मिट्टी की बात है तो करोड़ो सनातनी राम भक्त हैं जिन्होने राम मंदिर के लिये अनेको कुर्बानीयाँ दी है तो यह सौभाग्य उनका होना चाहीये किसी गैर सनातनी का नही यह सनातनी राम भक्तों के अधिकारों का हनन है।

सम्माननीय राय जी मुसलमान हमारी धरती का केवल अन्न ही नही खाते है बल्की हमारी गौ माता का भी भक्षण करते हैं जो कतई स्विकार्य नही है तो पहले ये सब बंद होना चाहीये।
रही बात धरती पर चलने और रहने की तो उन्होने पहले ही अपने रहने और चलने का स्थान ले लिया है पाकिस्तान और बांगला देश के रूप मे भारत मे वो केवल उधेश्य पुर्ण हैं जिसे सभी जानते हैं यहाँ झगड़ा करवाने का कोई प्रश्न ही नही है।

राम मंदिर भारत की आज़ादी मे श्रद्धा रखने वालों का नही है बल्की श्री राम मे अटूट आस्था रखने वालों, समर्पित होने वालों और कुर्बानी देने वाले समस्त भारतीय सनातनी राम भक्तों का है एवं भुमिपुजन सभी रामभक्त सनातनीयो के संघर्श,कुर्बानी,समर्पन और भक्ति का प्रतिक है।
मस्जिद निर्माण से हम सनातनीयों को कोई दिक्कत नही है हम न्यायलय के आदेश का सम्मान करते हैं मुस्लिम समुदाय कहें तो हम भी अपना हर प्रकार से योगदान देना चाहेंगे मस्जिद निर्माण मे।
#SantoshWrites