खुश रहें और सफल बनें। इंसान का सबसे बड़ा वहम है उसका डर। हालाँकि कुछ जगहों पर निडर होकर बेवजह उत्साह दिखाना बेवकूफी होती है। डरना भी जरुरी है। पर कुछ जगहों पर इसकी कोई छाप नहीं होनी चाहिए तो ही इंसान के लिए बेहतर है। जैसे किसी थोड़े रिस्की काम को करने से इंसान डरता है तो उसके और उसके कामयाबी के बीच में सिर्फ उसका डर ही सीना ताने खड़ा रहता है और इसी डर से सहम कर वो उस काम में अपनी शक्ति लगाने से कतराता है। काम को अंजाम देने से पहले असफलता का डर सताने लगता है। जिससे वह कभी भी सफल नहीं हो सकता।