कुछ दिन पूर्व पूज्य #आचार्य_बालकृष्ण जी से भेंटवार्ता के दौरान यह बात जानकारी में आई कि #पतंजलि_योगपीठ की विश्वस्तरीय अनुसंधानशाला में आचार्य बालकृष्ण जी के नेतृत्व में वैज्ञानिकों ने कोरोना की दवा बना ली है और इसके क्लिनिकल ट्रायल चूहों पर सफल रहे हैं।
#भारत_सरकार के आयुष विभाग एवं स्वास्थ्य मंत्रालय के सहयोग से इस दवा का परीक्षण देश के विभिन्न कोविड अस्पतालों में करीब 1000 रोगियों पर किया गया , और उनमें से करीब 800 रोगी स्वस्थ होकर घर लौट गए।
यह एक बड़ी उपलब्धि है समाज और देश के लिये। आज जहाँ सम्पूर्ण विश्व इस महामारी की दवा खोजने में लगा है ऐसे समय में यह उपलब्धि हमें भारतीय होने का गर्व करती है।
कुछ संकुचित मानसिकता के लोग इसका भी उपहास कर रहे हैं शायद वे इस बात से अनभिज्ञ हैं कि पुरातन काल से ही हमारे ऋषि मुनियों एवं चिकित्सा वैज्ञानिकों कई खोज के साथ हमें भारतीय होने का गर्व कराया है।
इसी कड़ी में #स्वामी_रामदेव जी एवं #आचार्य_बालकृष्ण जी की तपस्थली #पतंजलि_योगपीठ की यह खोज पुनः भारत के स्वाभिमान को गर्वित करती हुई दिखाई दे रही है। हमें इनके इस सफलतम प्रयास पर गर्व है और #दिव्य_प्रेम_सेवा_मिशन परिवार के सभी सदस्यों की शुभकामनाएं आपके साथ हैं।