भारत एक नग जूते के Rs. 25,000/- देता था और यही सिलसिला काँग्रेस द्वारा कई सालों से चलाया जा रहा था। जैसे ही पूर्व रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर को यह पता चला, वो चौंके और आग बबूला हो गए ..।
और तुरंत जयपुर कंपनी के CEO को मिले, कारण पूछा, तो जवाब मिला : भारत को डायरेक्ट जूते बेचने पर,
भारत का सरकारी तंत्र सालों तक पेमेंट नहीं देता था। इसलिए हम दूसरे देशों में एक्सपोर्ट करने लगे मनोहर पर्रिकर ने कहा : एक दिन सिर्फ एक दिन भी पेमेंट लेट होता है तो आप मुझे तुरंत कॉल कीजिए,
बस आपको हमें डायरेक्ट जूते बेचना है आप प्राइस बताएं और इस तरह आखिर पर्रिकर ने वही जूते सिर्फ 2200/-में फाइनल किया सोचिए जूते के 25,000/- देकर काँग्रेस ने सालों तक कितनी लूट मचा रखी थी !
विश्वास नहीं हुआ ना?
कोई बात नहीं Google खंगालिये...
Google सर्च पर बस इतना लिखिए