यक्ष : हे युधिष्ठिर जी !! आने वाली इक्कीसवीं सदी का सबसे बड़ा आश्चर्य क्या होगा ?
धर्मराज : हे यक्ष सर !! एक अजीत जोगी जी को मरणोपरांत ताबूत में रखकर ईसाई पद्धति से दफनाया जाएगा परन्तु दो दिन बाद उनके सेकुलर पुत्र अमित जोगी नर्मदा जी में अपने दिवंगत पिता की अस्थियां विसर्जित करेंगे !!
यक्ष : परन्तु जो जला ही नहीं उसकी अस्थियां कहाँ से आईं ?
युधिष्ठिर : उस समय जो प्रजाति एक मंदबुद्धि को PM बनाने का दुःस्वप्न देख रही होगी उसके लिए यह सम्भव होगा