अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में हिंदू छात्रा को बुर्का नहीं पहनने पर जान से मारने की धमकी देने और पीतल का बुर्का पहनाने वाली धमकी के पीछे सबसे बड़ा हाथ इसी प्रोफेसर वसीम अली का है जो कट्टरपंथी मुस्लिम है और एएमयू का चीफ प्रॉक्टर है
इस कट्टरपंथी मुस्लिम के पास पूरी जांच रिपोर्ट आ गई है लड़के ने खुद स्वीकार किया है कि हां मैंने लड़की को पीतल का बुर्का पहनाने की धमकी दिया था लेकिन उसके बाद भी इस दोगले ने उस मामले को पुलिस तक नहीं पहुंचाया बल्कि लड़के को कारण बताओ नोटिस देकर छोड़ दिया
उसके बाद लड़की ने अलीगढ़ के एसएसपी को ईमेल भेजकर पूरी बात बताई तब जाकर पुलिस ने केस दर्ज करके सीआरपीसी और आईपीसी की धाराओं में मामला दर्ज किया
इतना कुछ होने के बावजूद भी यह कट्टरपंथी मुस्लिम प्रोफेसर वसीम अली आज आज तक चैनल पर उस लड़के का बचाव कर रहा था और उसे यूनिवर्सिटी से सस्पेंड करने या बर्खास्त करने के मामले पर चुप हो गया था जबकि अंजना ओम कश्यप ने इससे कई बार पूछा कि जब उस लड़के ने यह स्वीकार कर लिया है कि उसने लड़की को अभद्र धमकी दी है तब यह बार-बार यही कहता था जी हां हम ने लड़के को कारण बताओ नोटिस दे दिया है और बाद में यह झूठ उस लड़की को भी जवाबदार ठहराने लगा कि वह हिंदू है तो उन्हें मुस्लिमों के संस्थान में थोड़ा ध्यान रखना चाहिए था
सोचिए वह अपने लक्ष्य के प्रति कितना फोकस हैं कि वह चाहे डॉक्टरों इंजीनियरों प्रोफ़ेसर हो उपराष्ट्रपति हो चुनाव आयोग के कमिश्नर रहे हो या दिल्ली के उपराज्यपाल रहे हो इनकी मंशा सिर्फ यही है कि भारत में इस्लामिक कानून यानी शरिया कानून लागू किया जाए और हिंदुओं का भारत में खात्मा हो ।