सन्जीव मिश्र's Album: Wall Photos

Photo 96 of 1,617 in Wall Photos

#इस्लामिक_कब्जों_की_दाँस्तान

चित्र में जो दिख रहा है वो ऑस्ट्रिया का ऐतिहासिक
"सैंट चार्ल्स चर्च" है जिसे मुस्लिम आक्रान्ताओं ने "मस्जिद" में बदल दिया था।

जब कोई मुस्लिम नेता टेलीविजन पर धर्मनिरपेक्षता सेकुलरिज्म और दलित मुस्लिम एकता या दलित मुस्लिम ईसाई एकता की बात करता है तो मुझे बहुत हंसी आती है

इस्लाम में धर्मनिरपेक्षता जैसा कोई शब्द नहीं है इस्लाम कभी सर्वधर्म समभाव में नहीं मानता

किसी भी इस्लामिक देश में दूसरे धर्म के लोगों को कोई भी अधिकार नहीं मिले हैं

मेरे पीछे जो आप बिल्डिंग देख रहे हैं इसे आस्ट्रिया की राजधानी वियना में आठवीं सदी में रोमन साम्राज्य के दौरान बिंजेस्टिन राज में विशाल चर्च बना था

दरअसल रोमन साम्राज्य आज के पूरे middle-east से लेकर सारे अरब देशों और आधी यूरोप में फैला हुआ था

फिर इस्लाम का उदय हुआ। सऊदी अरब इराक इत्यादि देशों में रोमन साम्राज्य कमजोर पड़ा और वहां इस्लामी शासन आ गया फिर उसी दरमियान उस्मानिया साम्राज्य यानी ऑटोमन साम्राज्य का उदय हुआ और उसने रोमन साम्राज्य का पतन करके रोमन साम्राज्य से पूरा मिडिल ईस्ट और आधा यूरोप छीन लिया उसी को ऑटोमन एंपायर भी कहते हैं हालांकि बाद में अंग्रेजों ने किस तरह अरब के शेखों के साथ मिलकर ऑटोमन साम्राज्य का पतन कर दिया उसके लिए एक लंबी कहानी है और मैंने एक पोस्ट में वह पूरी बात लिखी हुई थी

मेरी यह तस्वीर ऑस्ट्रिया की राजधानी वियना की है और मेरे पीछे यह जो इमारत है इसे जर्मन में Karlsplatz और अंग्रेजी में सैंट चार्ल्स चर्च कहते हैं

ऑटोमन साम्राज्य ने जब रोमन साम्राज्य से पतन करके अपनी सत्ता बनाई तब उसने अपने साम्राज्य में बनी तमाम विशाल और खूबसूरत चर्च को मस्जिद में तब्दील कर दिया इसमें इस्तांबुल के कई चर्च थे, स्पेन के कई चर्च थी पुर्तगाल मोरक्को के कुछ चर्च थे और आस्ट्रिया के अनेकों चर्च थे जिन्हें मस्जिदों में बदल दिया गया ।

और लगभग डेढ़ सौ सालो तक यहां नमाज अदा होती रही फिर जब अंग्रेजों ने ऑटोमन साम्राज्य खत्म कर दिया और ऑटोमन साम्राज्य के चंगुल से यूरोप के सारे देश आजाद हो गए तब तुरंत ही उन देशों के नेताओ ने जिन चर्चों को मस्जिद में बदला गया था उन्हें वापस चर्च में बदलने का काम शुरू किया

जो मुस्लिम कहते हैं कि हमारे बाप दादा ने यह बनाया हमारे बाप दादा ने लाल किला बनाया हमारे बाप दादा उन्हें कुतुबमीनार बनाया दरअसल इन्हें कुछ भी बनाने नहीं आता था ऑटोमन साम्राज्य में इन्होंने कुछ भी निर्माण कार्य नहीं किया बल्कि रोमन साम्राज्य में बने चर्च को ही मीनारें बनाकर और ऊपर गुंबद जैसी आकृति बनाकर मस्जिद में बदल दिया ठीक यही काम उन्होंने भारत में भी किया कई पुरानी हिंदू इमारतों को मस्जिदों में बदल दिया

ऑस्ट्रिया के सैंट चार्ल्स चर्च , भारत के राम मंदिर, कृष्ण जन्मभूमि , काशी विश्वनाथ आदि की तरह तुर्की के इंस्ताम्बुल में 6 वीं सदी के "हागिया सोफिया" चर्च को मस्जिद में बदल दिया था
उसके बारे में इस लिंक पर पढ़ें

https://www.facebook.com/1321008927936695/posts/3068205609883676/

।। जय श्रीराम ।।