यह जो आप पत्थर के बर्तन देख रहे हैं यह पत्थर पूरे विश्व में सिर्फ जैसलमेर के पास हाबुर गांव में पाया जाता है इसलिए इसे हाबुर का पत्थर कहते हैं
इस पत्थर की सबसे खासियत यह है कि इस पत्थर में यदि आप गर्म दूध डाल देंगे तब यह कुछ समय बाद दही जम जाएगा
दरअसल राजस्थान के प्राचीन काल में जैन लोग दूध में जामन डालकर दही नहीं बनाते थे क्योंकि जैन धर्म में यह माना जाता है कि जामन में जीव होता है इसलिए राजस्थान के जैन लोग इसी पत्थर में दूध रख देते थे और वह दूध रात भर में दही जम जाता था
वैज्ञानिक जांच में यह पाया गया कि इस पत्थर में ऐसे सारे तत्व होते हैं यानी लेक्टो एसिड होते हैं जो दूध को दही में बदल देते हैं।