जैसा कि मैंने पहले भी जिक्र किया था कि, नकल अच्छी चीज नही होती है, जम्मू कश्मीर के पास केंद्र द्वारा दिया गया एक भारी भरकम budget होता है, जिस कारण वो दो राजधानियां अफ़्फोर्ड कर सकते हैं, लेकिन हमारा उत्तराखंड,जो पहले से ही कर्जे में गले तक डूबा है, कैसे दो राजधानियों का बोझ उठाएगा।
आप क्यों देहरादून को राजधानी बनाने की जिद पाले हुए हैं। क्यों नही गैरसैण को ही स्थाई राजधानी घोषित कर देते हैं। केवल
माननीयों के देहरादून से प्रेम के कारण प्रदेश वासियों पर दो राजधानियों का बोझ डालना कहां तक सही है।