वैसे तो मुझे फर्जी लग रहा था, फिर भी मैंने सोचा कि हो सकता है असली ही हो, क्योंकि केजरीबवाल जी को फ्रंट पेज पर फुल पेज विज्ञापन छपवाने का बहुत शौक है, और अक्सर छपवाते रहते हैं....
तो हो सकता है कि ये भी छपवा दिया हो.... आखिर दिल्ली के मालिक हैं, तो कुछ भी कर सकते हैं जनता के टैक्स के पैसे से.