gautam sagar's Album: Wall Photos

Photo 1 of 1 in Wall Photos

पुरुषों ! तुम्हारा ना कोई मान सम्मान है, ना ही तुम लोगों को जीवन जीने का अधिकार है ! जीवन जीने के प्राकृतिक और मानवीय अधिकार भी तुम्हारे पास नहीं है ! *क्यूंकि मानव अधिकार भी सिर्फ महिलाओं के लिए है पुरुषों का कोई मानव अधिकार नहीं होता है अगर होता है तो क़ानून को हाथ में लेकर चप्पलों से हमला करते हुए तुम्हारे जीवन जीने के अधिकार पर यूं हमला ना होता !* तुम्हें कितने चप्पल चेहरे पर मारा गया कितने चप्पल सर पर लगी कितने पसलियों पर बरसाए गए उससे तुम्हें कितना दर्द हुआ कौन हिसाब लगाएगा ! तुम अपनी बात कहां कहने जाओगे *तुम्हारे पास तो पुरुष आयोग भी नहीं हैं !* अरे भाई ये भी तो सोचने की बात ही है की अगर पुरुष आयोग बन भी गया तो क्या होगा जबकि *मैडम तो कह रही है की तुम लोगों को जीने का अधिकार नहीं !* पुरुषों को तो जीवन जीने का ही अधिकार नहीं है, *तभी तो पुरुषों को सारे लिंगभेदी कानूनों में एकतरफा कार्यवाही करते हुए पुरुषों को आत्म/हत्त्या करने पर मज़बूर कर दिया जाता है !* बहुत दुःखद है कि सालाना 92 हज़ार पुरुष आत्म/हत्त्या करने पर मज़बूर हैn पर किसी को भी कोई फ़र्क नहीं पड़ रहा है !
*#किसी की जान लेने का अधिकार किसी को भी नहीं !*
*#पुरुषों का भी मानव अधिकार अगर है तो दिखाई नहीं देता !*
*#न्याय हित में पुरुष आयोग का गठन ज़रूरी है !* *