Divyakant Rawat's Album: Wall Photos

Photo 1 of 1 in Wall Photos

#Western कल्चर की नक़ल करके गलत तर्क देने वाली लड़कियों को समर्पित .
मैं माफ़ी चाहता हूँ ऐसी गर्ल्स और लेडीज से लेकिन थोड़ा जवाब चाहता हूँ ---
लड़कियो के अधनग्न घूमने पर जो लोग या स्त्रिया ये कहते है की कपडे नहीं सोच बदलो उन लोगो से मेरे कुछ प्रश्न है !!
1-हम सोच क्यों बदले ?? सोच बदलने की नौबत आखिर आ ही क्यों रही है ??? आपके अनुचित आचरण के कारण ??? और आपने लोगो की सोच का ठेका लिया है क्या?? दूसरी बात आप उन लड़कियो की सोच का आकलन क्यों नहीं करते कि उन्होंने क्या सोचकर ऐसे कपडे पहने कि उसके पीठ जांघे इत्यादि सब दिखाई दे रहा है....इन कपड़ो के पीछे उसकी सोच क्या थी ?? एक निर्लज्ज लड़की चाहती है की पूरा पुरुष समाज उसे देखे,वही दूसरी तरफ एक सभ्य लड़की बिलकुल पसंद नहीं करेगी की कोई उसे इस तरह से देखे
____- कुछ लड़किया कहती है कि हम क्या पहनेंगे ये हम तय करेंगे....पुरुष नहीं..... जी बहुत अच्छी बात है.....आप ही तय करे....लेकिन हम पुरुष भी किन लड़कियो का सम्मान/मदद करेंगे ये भी हम तय करेंगे, स्त्रियाँ नहीं.... और हम किसी का सम्मान नहीं करेंगे इसका अर्थ ये नहीं कि हम उसका अपमान करेंगे सत्य यह है की अश्लीलता को किसी भी दृष्टिकोण से सही नहीं ठहराया जा सकता। ये कम उम्र के बच्चों को यौन अपराधो की तरफ ले जाने वाली एक नशे की दुकान है।।और इसका उत्पादन स्त्री समुदाय करता है। मष्तिष्क विज्ञान के अनुसार 4 तरह के नशो में एक नशा अश्लीलता भी है। यदि यह नग्नता आधुनिकता का प्रतीक है तो फिर पूरा नग्न होकर स्त्रियाँ अत्याधुनिकता का परिचय क्यों नहीं देती???? गली गली और हर मोहल्ले में जिस तरह शराब की दुकान खोल देने पर बच्चों पर इसका बुरा प्रभाव पड़ता है उसी तरह अश्लीलता समाज में यौन अपराधो को जन्म देती है।। इसलिए पूरे समाज का संस्कारित होना अति आवश्यक है !!
कपड़े इसलिए बनाये गए है जिस्म को ढकने के लिए ना की अंग्रेजी कल्चर की नक़ल करके दिखाने के लिए वर्ना आदिमानव और तुम जैसे में क्या फर्क है एक तरफ कहते हो ये सब कपडे पहनकर की हम स्मार्ट और मॉडर्न है तो काहे का स्मार्ट मॉडर्न तुम तो वही पुराने आदिमानव के जैसे हो जानवर भी नंगा घूमते है तो क्या वो मॉडर्न और स्मार्ट हो गए ....अब कुछ गर्ल्स , लेडीज कहती है की पुरुष की नजर अच्छी होना चाहिए तो एक बात बताइये आपके सामने कोई पुरुष ऐसे ही आधे अधूरे , नंगे आकर खड़ा हो जाए तो क्या आप अपनी नजरिया बदलोगी या उस आदमी को !