रफी साहब की पुण्यतिथि पर फिल्म - नया रास्ता से उनके गाये एक गीत से सुविचार पेज की ओर से श्रद्धांजली..
मोहम्मद रफ़ी (24दिसंबर 1924-31 जुलाई 1980) जिन्हें दुनिया रफ़ी या रफ़ी साहब के नाम से बुलाती है, हिन्दी सिनेमा के श्रेष्ठतम पार्श्व गायकों में से एक थे। अपनी आवाज की मधुरता और परास की अधिकता के लिए इन्होंने अपने समकालीन गायकों के बीच अलग पहचान बनाई। इन्हें शहंशाह-ए-तरन्नुम भी कहा जाता था।
"नफरतों के जहान में हमको
प्यार की बस्तियां बसानी हैं
दूर रहना कोई कमाल नहीं
पास आओ तो कोई बात बने"