रमजान की पोटली वाले RSS की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य इंद्रेश जी को मुसलमानों की चिंता हुई और उनका कहना है की हिंदुस्तान और पाकिस्तान के बंटवारे के समय जो भी मुस्लिम पाकिस्तान गए थे वह आज भी पाकिस्तान में शरणार्थी की तरह रह रहे हैं।
यानी कि सेकुलरिज्म का कीड़ा एक बार फिर बहुत जोर से काटा है।
रमजान की पोटली वाले इंद्रेश जी को पाकिस्तान में हिंदुओं के साथ जो उत्पीड़न हो रही है और उन पर हर रोज जो अत्याचार हो रहा है जबरदस्ती उनका धर्म बदला जा रहा है उसकी कोई चिंता नहीं।
हिंदुस्तान से पाकिस्तान गए मुसलमानों की तो बहुत चिंता है लेकिन अपने ही देश में 1990 में कश्मीर से निकाल दिए गए हिंदुओं ( जो कि मुसलमानों ने ही निकाले थे) उसकी कोई चिंता नहीं।
मेवात में हिंदुओं के साथ मुसलमानों ने जो व्यवहार किया है ओर अब भी हो रहा है उसकी कोई चिंता नहीं।
विभिन्न राज्यों में RSS के कार्यकर्ता ( खासकर पश्चिम बंगाल)बेरहमी से मारे जा रहे हैं उसकी कोई चिंता नहीं।
अभी कश्मीर में अजय पंडित हिंदू को मुस्लिम आतंकवादियों ने बेरहमी से मार दिया उसकी कोई चिंता नहीं।
जहां-जहां भी हिंदू अल्पसंख्यक हो गए और मुस्लिम उनके ऊपर (अपने ही देश में )जुलम कर रहे हैं उसकी कोई चिंता नहीं।
चिंता हुई भी तो सिर्फ बंटवारे के समय भारत से पाकिस्तान गए मुसलमानों की।