हिंदुत्व समझो अभियान : चैप्टर 1
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हिंदुत्व को बचाने के लिये आध्यात्म क्यों आवश्यक है -:
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इस्लाम में एक पूरा पूरा सिस्टम है नए लोगों को इस्लाम से जोड़ने के लिये - जिसे "अल दावाह" कहा जाता है ।
क्रिश्चियनिटी तो मिशनरी सिस्टम के थ्रू नए लोगों को जोड़ती ही चली जाती है ।
लेकिन ये दोनों अब्राहमिक सिस्टम जोड़ कैसे लेते हैं नए लोगों को ?!
इसके पीछे कौनसी शक्ति कार्य करती है कि लोग अपने पूर्वजों के सिस्टम को छोड़कर इन अब्राहमिक पंथों से जा मिलते हैं ?!?!
इसका उत्तर है - ये दोनों सिस्टम्स संसार की व्याख्या करते हैं अपने अपने मज़हबी सिस्टम्स के अनुसार और उस व्याख्या के द्वारा ये लोग यह सिद्ध करने का प्रयास करते हैं कि उनके सिस्टम की कही हुई बातें अंतिम सत्य है- और ईश्वर के खुद के द्वारा कही हुई बातें हैं ...
अब्राहमिक सिस्टम्स एक के बाद एक ऐसे तर्क प्रस्तुत करते चले जाते हैं जिन्हें काटना आम आदमी के वश की बात नहीं होती - ऐसा इसलिये होता है कि हिंदुओं को उनका अपना आध्यात्मिक सिस्टम कोई सिखाता ही नहीं है ।
इसलिये - यदि आप हिंदुत्व के मूल को - उसके आध्यात्म को नहीं जानेंगे तो अपने बच्चों को सेक्युलर -> नास्तिक -> विधर्मी बनने के कुचक्र से न बचा पाएंगे ...
वही करें जो विधर्मियों ने किया - उन्होंने अपने ग्रन्थों के अनुसार सृष्टि की व्याख्या दी और उस व्याख्या को सपोर्ट करने के लिये तर्क दिए - और ये तर्क न केवल नए लोगों को जोड़ते हैं बल्कि पुराने लोगों को भी बांधे रखते हैं व और अधिक कट्टर बनाते हैं ।
ऐसा कैसे करेंगे आप - अभी थोड़ी देर में अगले पोस्ट्स में बताऊंगा ..