आज दलाई लामा का 85वां जन्मदिवस है। भारत-चीन संघर्ष के दौर में हमें तिब्बत को नहीं भूलना चाहिए। तिब्बत का संघर्ष एक दिए का आंधी से संघर्ष है।
भगवान शिव का निवास स्थान कैलाश मानसरोवर चीन का तिब्बत पर कब्जे के कारण ही आज चीन के पास है। मैंने एक वीडियो में पुराणों के आधार पर जो देवलोक का धरती पर स्थान बताया था, वह इसी इलाके में है। आज भी एक कॉस्मिक क्षेत्र, जिसे ज्ञानगंज, शांग्रिला आदि अलग-अलग नामों से जाना जाता है, वह यहीं है।
तिब्बत आध्यात्मिक-सांस्कृतिक वृहत भारत का अंग था कभी। जब तक तिब्बत से भारत की सीमा लगी रही, भारत सुरक्षित रहा। चीन द्वारा इस सीमा का अतिक्रमण करते ही भारत की सीमाएं रण-क्षेत्र बन गयीं।